Page 54 - चिरई - कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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"जो गुण सााहिंहत्या केंी जीवनी शानि� कें प्र�ान साहायकें होते ह उनमं लखाकेंं केंी निवचाार-
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शाीलता प्र�ान ह।" - नरोत्तम व्यासा
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चि�रई, अंंक-4 हााउसिं�ंग एण्ड अंर्बन डेवलपमांट कॉपोरेशन सिंलसिंमाटडे े
वर्षष : 2024-25, माा�ष, 2025 क्षेेत्रीीय कााया�लय, काोलकााताा काी वाार्षि�िका हि�न्दीी पत्रित्रीकाा