Page 70 - चिरई - कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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कोोलीकोा�ा क्षेेत्रीीयां कोायांाषलीयां को पावष क्षेेत्रीीयां प्रमंुख/कोायांषकोारी नि�देशको
                                                         े
                                                            ू
                                                                                                   े
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                                                                                                         ै
                 निजन्हों�े क्षेेत्रीीयां कोायांाषलीयां को विवकोास मंं अपा�ा बहुमंूल्य यांोगदेा� दिदेयांा ह।













                                      श्रेी पी आर देासा
                                                                                                  े
                                                                                                  े
                                                                                                  कें
                                                                           ी मलय
                                                                                चाटुज
                                                                                    ी
                                                                                             ी आर
                                                                                            श्रे
                                                                          श्रे
                                                                                                      ा
                     श्रेी वाई कें गगव
                     श्रे ी  व ाई  कें े े  ग गव    श्रे ी  प ी आर  दे ा सा    श्रे ी एम  सा ी  कें � �ु  डे   श्रेी मलय चाटुजी   श्रेी आर कें खान्ना
                                                                                                   खान्न

                                                         श्रेी एम साी कें ु डेू  ू
                 श्रेी एसा साी शामा
                                                                                                 ाहुज
                                                                                                र
                                                                             श्रेी पी कें राजखाोवा
                                                                                                         ास्तव
                                                                                                        व
                 श्रे ी ए सा   सा ी  शाम ा व व    श्रे ी ए सा   कें े े    चा ौ �र ी   श्रे ी ए सा   र े े    श्रे ी  प ी  कें े े    र ाज खा ो व ा   श्रेी राहुज जी श्रेीवास्तव
                                                                                                        ी
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                                                           श्रेी एसा र
                                                                                                      श्रे
                                                                                                      ी
                                                                                                    ज
                                     श्रेी एसा कें चाौ�री

                                                                                              ी
                                                                                             श्रे
                                                                                               ास्तव
                                                                                              व
                                                                                        ी.आर.
                                                                                      ी
                                                                                       प
                                                                                     श्रे
                                                                     ी ए
                                                                           ह
                                                                         साा
                                                                       सा
                                                                    श्रे
                                              श्रेी अरुण कें ु मार
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                              सा
                               ुब्रहमणयम
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                         डे डेॉ. डेी साुब्रहमणयम  श्रे ी अरुण  ु कें म ार  श्रेी एसा सााहा ा  श्रेी पी.आर. श्रेीवास्तव
                                 े
                                  .
                                               ॉ. आ
                                              डे
                                   धिमश्रे
                                 े
                           श्रेी एसा.कें. धिमश्रेा ा  डेॉ. आलोकें कें ु मार जोशाी  ी   डे डेॉ. ए पी नितवारी ी  श्रे ी दे ब शा   चा क्रब त ी
                           श्रे
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                                                      म
                                                                           ा
                                                       ार
                                                                            र
                                                   कें ु

                                                     कें
                                                                        प
                                                          शा
                                                                     ॉ. ए
                                                         ो
                                                        ज
                                                                         नितव
                                                                        ी
                                                   ो
                                                                                       श्रेी देबशा चाक्रबती
                                                                                          े
                                                                                           े
                                                                                           े
                                                                                          े
                                                                                       त वर्त
                                                                                       त
                                                                                                   ी)
                                                                                       माान क्षेेत्रीीय प्र
                                                                                              माु
                                                                                              ख (प्रभा
                                                                                      वर्तमाान क्षेेत्रीीय प्रमाुख (प्रभाारीी)
                                                                                                  ारी
           70                                                                                                                                                                                                                            71
                                   "यहिंदे आप मझे कें ु छो देना चााहती हं तो इसा पाठीशााला केंी शिशाक्षेा केंा माध्यम हमारी
                                            ु
                                                  े
                                                                    �
                                                मातृभााषाा केंर दे।" - एकें फ्राासाीसाी बाशिलकेंा
                                                           ं
                                                                                                                                                                                                                                  ष
                                                                                                                                                                                                                                    े
           चि�रई, अंंक-4                                                                                                                                                                                                 हााउसिं�ंग एण्ड अंर्बन डेवलपमांट कॉपोरेशन सिंलसिंमाटडे े
        वर्षष : 2024-25, माा�ष, 2025                                                                                                                                                                                      क्षेेत्रीीय कााया�लय, काोलकााताा काी वाार्षि�िका हि�न्दीी पत्रित्रीकाा
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