Page 9 - गुज गरिमा
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संदेश
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आप सभी क सम� हडको, अहमदाबाद �ेत्रीय कायार्लय क� गृह
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ई-पित्रका 'गुज ग�रमा क िद्वतीय अंक को प्र�ुत करते हुए मुझे अ�त हषर्
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एव गौरव का अनुभव हो रहा है । अपनी कम का�मर्क �मता क चलते
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पित्रका का प्रकाशन अ�त मु��ल ल� था लिकन अहमदाबाद �ेत्रीय
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कायार्लय क अ�धकारीगण क� प्रितभा, �मता एव �ावसाियक ल�ों क
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साथ राजभाषा क प्रित अपने सवैधािनक दािय�ों क� ओर समपर्ण क
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प�रणाम�रुप हम राजभाषा क प्रित अपने कतर्�ों का पालन करनें में
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स�म हो सक ।
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हडको, अहमदाबाद �ेत्रीय कायार्लय राजभाषा िहंदी क कायार्�यन में
अपनी सश� भू�मका का िनवार्ह सफलतापूवर्क करता चला आ रहा है
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�जसक �लए नगर राजभाषा कायार्�यन स�मित, अहमदाबाद द्वारा एव
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हडको मु�ालय द्वारा राजभाषा िहंदी में उ�� कायर् िन�ादन हेतु अनेक
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बार पुर�त भी िकया जा चुका है । अपनी गृह पित्रका गुज ग�रमा क
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प्रकाशन क मा�म से जहाँ एक ओर राजभाषा िहंदी क सवधर्न एव ं
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िवकास में सहायता �मलगी, वहीं दूसरी ओर हडको गितिव�धयों,
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कायर्कलापों एव िविवध िवषयों पर रोचक एव �ानवधर्क जानकारी भी
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सहजता से प्रा� होगी । इस पित्रका क प्रकाशन क �लए सपादक मडल को
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उनक� कतर्�िन�ा एव सम� रचनाकारों को उनक उ�� योगदान क
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�लए हािदर्क शुभकामनाए दता हू । आशा है िक पित्रका का यह अंक
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पाठकों को अव� पसद आएगा ।
शुभकामनाओं सिहत,
(पी. सुभाष रे�ी)
�े�ीय �मुख, हडको,
अहमदाबाद
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