Page 18 - अवध भारती
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अवध भारती 2023-24
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लाि टक उपयोग क शृंखला म वा य परर ितकल भाव देखा गया है। उदाहरण म िन कषण थल पर दूषण] िमक का
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रसायन क संपक म आना] अपिश भ मीकरणण से वायु दूषण और पानी और िम ी का दूषण शािमल ह । ब ] मिहला ]
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अनौपचा रक अपिश े क िमक और हािशए पर रहने वाले समुदाय सिहत कमजोर समूह को िवशेष प से भािवत करता
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हैA िजससे मानव अिधकार और पया वरणीयय अ याय क चता बढ़ जाती है। लाि टक क ितकल भाव िवशेष प से गभ म पल
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रहे ब और छोट ब पर होते ह ] िजनम समय से पहल ज म] मृत ब का ज म] जनन अंग म ज म दोष] यूरोडेवलपम टल
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हािन] िबगड़ा आ फफड़ का िवकास और बचपन म कसर का खतरा बढ़ जाता है- ( लाि टक और वा य पर माइड -मोनाको
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आयोग), 2023) लाि टक जलवायु प रवत नन क कारण बढ़त तापमान और चरम मौसम क भी घटना से जुड़े कई वा य
जोिखम म योगदान देता है।
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लाि टक दूषण एक नई ल कन तेजी से बढ़तीी घटना है। िपछल दशक म वा षक वैि क लाि टक उ पादन म िव फोट आ है]
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जो 1950 म लगभग 1.5 िमिलयन मी क टनन (एमटी) से बढ़कर 2021 म आ य जनक प से 390.7 िमिलयन मी क टन हो गया
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है] जो चार ितशत क वा षक वृि दशा ताा है। आने वाले दशक म लाि टक उ पादन म और वृि होने क उ मीद है य क
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पे ोकिमकल बुिनयादी ढांचे म मौजूदा िनवेशेश इस वृि का समथ न करते ह । सामा य वसाय प रदृ य क तहत] ाथिमक
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लाि टक का वैि क उ पादन 2050 तक 1,10000 िमिलयन टन तक प ंच सकता है। लाि टक उ पादन म जारी उछाल जीवा म धन
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पर इसक िनभरता और मुख े म पे ोकिमकलल बुिनयादी ढांचे म बड़े िनवेश से जुड़ा आ है। लाि टक दूषण क दायर और
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भाव को यान म रखते ए] सरकार ] नाग रकक समाज और िश ािवद क बढ़ती सं या लाि टक उ पादन को कम करक इसक
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ोत पर संकट से िनपटने क यास का आ वानन कर रही है। वत मान ऊजा संदभ म ] िवशेष जलवायु और दूषण वासन म
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योगदान करते ए गैस पर िनभरता को कमम करने क तरीक क प म गैर-आव यक लाि टक क उ पादन म कमी क ओर भी
इशारा कर रहे ह ।
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चूं क कवल 1-13 ितशत लाि टक क व तु का पुनच ण कया जा सकता हैA बाक या तो भूिम या जल िनकाय म दब जाती
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ह ] अंततः महासागर तक प ंच जाती ह ] िजससेे जल िनकाय का दूषण होता है और समु ी जीव क मृ यु हो जाती है। अिधकांश
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लाि टक बायोिड ेडेबल नह है और समय क साथ लाि टक टट जाता है और जहरील रसायन को जल िनकाय म छोड़ देता है,
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जो बदले म भोजन और पानी क आपू त म म अपना रा ता बनाते ह । एसयूपी (सी2एच4) एन] गलनांक : 115-135 िड ी सेि सयस
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घन व] 0.88– 0.96 ाम/सेमी3 क उपयोगग क कारण उ प होने वाले िविभ पया वरणीय और िच क सा संबंधी खतर]
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पॉलीइिथलीन मोनोमर एिथलीन से बने िवनाइलल पॉलीमर है।
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भारत म लाि टक क सम या: - दुिनया क महासागर म हर साल फक जाने वाले लाि टक क लगभग 60% क िलए भारत
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िज मेदार है। हमार लाि टक का 42% से अिधक उपयोग पैक जग म है। भारत हर दन लगभग 25,940 टन लाि टक कचरा का
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उ पादन करता है। लाि टक क उ पादन म म इ तेमाल होने वाले रसायन मानव शरीर क िलए जहरील और हािनकारक होते ह ।
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लाि टक कई तरह से खतरनाक हो सकताा है। सीसा, कडिमयम और पारा जैसे रसायन सीधे मानव क संपक म आ सकते ह । वे
समु म कई मछिलय म पाए गए ह ।
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ये िवषा पदाथ कसर] ज मजात िवकलांगताा] ितर ा णाली क सम या और बचपन क िवकास क मु का कारण बन सकते
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ह । बीपीए या वा य-िब फनॉल-ए जैसे अ यय िवषा पदाथ लाि टक क बोतल या खा पैक जग साम ी म पाए जाते ह । जब
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बीपीए क ब लक ृंखलाएं टट जाती ह औरर दूिषत पानी या मछली क मा यम से मानव शरीर म वेश करती ह , तो इससे हमार
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शरीर को गंभीर नुकसान हो सकता है। बीपीएए थायराइड हाम न रसे टर को कम कर सकता है िजससे हाइपोथायरायिड म हो
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सकता है। सगल-यूज लाि टक आइटम: सगलल-यूज लाि टक आइटम म लाि टक बैग, पानी क बोतल , सोडा क बोतल , ॉ,
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लाि टक लेट] कप] यादातर फड पैक जग और कॉफ ि टरर आ द शािमल ह ।
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हम ा क क उपयोग स कस बच सकतत ह? :-
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* पानी खरीदना बंद करो। लाि टक क बोतल ल लाि टक क कबाड़ म सबसे यादा योगदान करती ह , य क लगभग 20 िमिलयन
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बोतल कचर म फक दी जाती ह ।
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