Page 14 - मारू संदेश
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3. कचि कल पुनचाक्रण: यह पलांट कचर का पुनचतिण करर्ा है और कचर क े पुन: उपयोग क े ललए नए
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र्रीक उत्पन्न करर्ा ह। इससे कचर का ननपटान अगधक प्रभावी र्रीक से क्रकया जा सकर्ा ह।
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4. आर्थाक फलयद: कचर को ऊजात में बदलने से नए रोजगार क े अवसर उत्पन्न होर्े ह। इसक अलावा,
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यह ऊजात आयार् पर ननभतरर्ा को कम करने में मदद करर्ा है, जजससे राष्ट्रीय स्र्र पर आगथतक लाभ
होर्ा ह।
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वेस्ट ट ू एनर्जी की प्रक्रक्रयल:
1. कचि कल सांग्रहण: पहले कचर को एकबत्रर् क्रकया जार्ा है, जजसम घरलू, औद्योगगक और क ृ वि कचरा
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शालमल हो सकर्ा ह। इस कचर को वेस्ट ट ू एनजी पलांट में लाया जार्ा ह।
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2. कचि कल उपचलि: कचर को छांटा और र्ैयार क्रकया जार्ा है र्ाक्रक कवल जैववक और जलाने योग्य
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सामग्री का उपयोग क्रकया जा सक। इस चरण में अनावश्यक या हाननकारक र्त्वों को हटा ददया जार्ा
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3. र्ज्लनल: कचर को ववशेि उच्च र्ापमान पर जलाया जार्ा ह। जलाने क े दौरान उत्पन्न ऊजात को भाप
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(steam) क े रूप में एकबत्रर् क्रकया जार्ा है, जो टरबाइन क े माध्यम से ववद्युर् ऊजात में पररवनर्तर् होर्ी
ह।
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