Page 20 - मारू संदेश
P. 20

e: lans'k
















                     े
                                                                                      ैं
                                                    े
                                                          े
                                                             े
                  - दना न हो।  पूर  सृश्टि बहत अच्छ तर क स            जो आप बचाते ह, वह कभी आपका गुर् नह
                                                                                                                 ीं
                                             ु
                                  ै
                                                                                      ै
                                                                                             ैं
                  घहित  हो  रह   ह  मगर  लसफ  एक  ववचार  या           होगा। जो आप फिाते ह, जो आप बबखेरते ह,
                                                                                                                ैं
                                             ा
                                                  ै
                  भावना सब क ु छ नटि कर सकती ह।                       वह आपका गुर् होगा। अगर आप अपनी खुशी
                                                                                                         े
                                                                                         ें
                                                                                                                 ें
                                                             ें
                                            े
               4.  मन  या  ददमाग  िो  उसि  असली  रूप  म               को बचाबचा कर रखगे    -, तो जीवन क अींत म
                                                                                                े
                                                                                       े
                                                                                                      े
                  दख                                                  कोई ऐसा नह ीं कहगा, ‘उसन अपन अींदर खुशी
                   े
                     ें
                                                                                                          ु
                  श्जसे  आप  कहते  ह ैं   ’  मेरा  मन ‘,  वह  असि  म   का एकएक अींश बचा कर रखा   -, वह बहत खुशी
                                                             ें
                                                                        े
                                                                                             ें
                                ै
                  आपका  नह ीं  ह।  आपका  अपना  कोई  मन  नह ीं         क सार् रहता र्ा ।वे कहगे  ’, ‘यह प्रार्ी अपनी
                                                                                                       ीं
                                                                               ें
                                           ें
                  ह। क ृ पया इस पर ध्यान द। श्जसे आप मेरा    ‘        श्जींदगी म कभी मुस्क ु राया तक नह ।िेककन    ’
                   ै
                                                        ै
                  कहते ह ैं  ’ मन, वह बस समाज की  दन ह। कोई          अगर आप हर हदन अपनी खुशी और हयार को
                                                    े
                                                                        ै
                                                                                              ें
                                                                                                      े
                  भी और हर कोई जो आपक पास स गुजरता ह,                 फिाएींगे,  तो  िोग  कहगे,  ‘अर  वह  एक
                                                            ै
                                           े
                                                   े
                                                                                                े
                                                                                                        ीं
                  वह  आपक  हदमाग  म  क ु छ  न  क ु छ  डाि  जाता       खुशलमजाज और हयार करन वािा इसान र्ा।’
                           े
                                      ें
                                            ीं
                                                             े
                   ै
                  ह। आप वाकई यह चुन नह  सकते कक ककसस
                  आपको  चीज  ग्रहर्  करनी  हैं  और  ककससे  नह ीं
                             ें
                                           ैं
                  करनी।  अगर  आप  कहते  ह,  ‘मुझे  यह  व्यश्क्त
                  पसींद नह ीं ह’, तो आप ककसी भी और से ज्यादा
                             ै
                                                  े
                                         ें
                  उस  इींसान  से  ग्रहर्  करगे।  आपक  पास  कोई
                               ै
                  चारा  नह ीं  ह।  अगर  आपको  इस  बात  की
                                               े
                                                  ै
                  जानकार  हो कक उसे ठीक करक कसे इस्तेमाि

                         ै
                  करना ह, तो यह उपयोगी हो सकती ह।
                                                    ै
                                                                   6.  मुस्ि ु राइए
               5.  पाने िी िोशशश न िर, अशिव्यक्ि िरना                 सुबह जब आप उठते ह, तो पहि  चीज आपको
                                          ें
                                                                                           ैं
                  शुरू िर                                             यह  करनी  चाहहए  कक  आप  मुस्क ु राए।  ककस
                         ें
                                                                                                          ीं
                                 े
                   आज  हम  इतन  जोरशोर  स  खुशी  की  तिाश             पर?  ककसी  पर  नह ीं।  क्योंकक  आप  जगे,  यह
                                             े
                         े
                   कर रह हैं कक धरती का जीवन ह  खतर म पड़             कोई  छोि   बात  नह ीं  ह।  िाखों  िोग  जो  कि
                                                         ें
                                                                                            ै
                                                       े
                                                                                               े
                                                             ें
                   गया ह। खुशी की तिाश म न रह। दुननया म               रात सोए र्े, आज नह ीं उठ, मगर आप और मैं
                                            ें
                         ै
                                                  ें
                                                                         े
                   अपनी खुशी को अलभव्यक्त करना जान। अगर               उठ।  क्या  यह  बहत  बह़िया  बात  नह   ह  कक
                                                                                                             ै
                                                       ें
                                                                                                          ीं
                                                                                       ु
                                                 े
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                                    े
                   आप  मुड़कर  अपन  जीवन  को  दख  तो  आपक             आप  जगे?  इसलिए  अपने  जगने  पर
                                                             े
                                                                                                      े
                   जीवन क सबस खूबसूरत पि व र्े जब आप                  मुस्क ु राइए। इसक बाद आसपास दखखए और       -
                                 े
                                                 े
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                                                                                      े
                                                                                            े
                                                                                          ें
                                                                                  ै
                                                   े
                   अपनी खुशी को अलभव्यक्त कर रह र्े, न कक             अगर कोई ह, तो उन्ह दख कर मुस्क ु राइए।
                                                                                             ै
                                               े
                   जब आप उसकी तिाश कर रह र्े।                         यह सबसे कीमती चीज ह कक आप जीववत हैं       –
                                                                      और जो भी आपक लिए मायने रखता ह, वह
                                                                                       े
                                                                                                            ै
                                                       t;iqj {ks=h; dk;kZy;
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