Page 58 - लक्ष्य - चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
P. 58
laHya
laHya
हमाचल
सु दर प इस धरा का,
आँचल जसका नीला आकाश,
पव त जसका ऊ चा म तक,
उस पर चंद सूरज क बं द का ताज,
खेत ख लहान म लहराती फसल ,
बखेरती मंद मंद मु कान,
जहाँ हवा म खुशबू बहती ह ,
जहाँ सादगी इ सान म रहती ह ,
जहाँ पहाड़ से मलने आते ह बादल,
वो वग ह हमाचल, वो वग ह हमाचल ।
क मारी सुनैना
सुपु ी सुर क मार
एम पी एस
56

