Page 16 - संगम - चेन्नई क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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                                                                      सगम - ततीय स�रण /  �सतबर - 2025
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          शहरी भिम की �नतम उपल�ता पर दबाव, मटो जस  थी। एसआरए वेबसाइट पर आज इस मॉडल के  तहत
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          बहतर शहरी गितशीलता नटवक क कारण प्रमख शहरी  िवक�सत की जा रही 1400 से अिधक प�रयोजनाओं की
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          भिम �त्रों क बढ़त म�, िनमाण की बढ़ती लागत, रा�  सूची दी गई है।
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          पर बड़ िव�ीय बोझ क साथ गणव�ा वाल आवास म�             2015 म नवी मबई �त्र म �सडको न िनिद� भौगो�लक
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          म उपल� करान म किठनाई क कारण तिमलनाड बोड          �  सीमाओं  क  अतगत  �सडको  द्वारा  िनिमत  इमारतों  क
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          शहरी गरीबों क �लए आवास क प्रावधान की बढ़ती माग       पनिनमाण और पनिवकास क �लए 3.0 क एफएसआई
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          और इन घरों क �लए म�वान आत�रक शहर भिम �त्रों         क  साथ  एक  सशोिधत  शहरी  नवीनीकरण  योजना
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          क उपयोग क बीच सतलन बनान की ��ित ह।.                 प्र�त की, �जसम 30 वष स अिधक परानी इमारत भी
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          मामल का अ�यन:-                                      शािमल थीं। जब ईड�एस इमारतों को ��ीकरण
                                                                             े
                                                                         �
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          हमन भारत म ऐस उदाहरण प्र�त िकए ह, �जनम ऐस        े  और पनिनमाण क �लए चना गया था, तो 300 वग फीट
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          मॉडल आग बढ़ ह और काफी प�रप� हो चक ह, तािक            का �नतम कारपट ए�रया प्रो�ाहन एफएसई क साथ
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          वतमान  पनिवकास  प्र�ाव  पर  काम  करन  स  पहल     े  िनधा�रत  िकया  गया  था  और  डवलपर  सोसाइिटयों/
                                                                                                           ै
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          कछ सबक सीख जा सक। मबई स श� होकर िद�ी                �सडको क बीच शष एफएसआई पर साझाकरण पटन            �
                                                                  �
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          और अहमदाबाद जस अ� शहरों म फल दो दशकों               िनधा�रत िकया गया था।
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          क प्रयोग स िमल सबक, इन सकारा�क प्रयासों म स      े
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          प्र�क क प� और िवप� को उजागर करत ह, जो बड़         े
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          पमान पर शहरों को बदलन क �लए िकए गए ह, �जसस       े
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          नाग�रकों क जीवन की गणव�ा बहतर �ई ह, �ों�िक
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          व शहरी गरीबों क आवास �ॉक म व�द्ध करत रह ह।
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          मबई  म  “�म  �रहिब�लटशन  अथॉ�रटी  (एसआरए)”
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          का  गठन  एकल  सिवधा  प्रदानकता  एजसी  क  �प
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          म  िकया  गया  था,  �जसम  अनमोदन,  िविनयमन  और
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                                                      े
          अध-�ाियक  म��  क  �प  म  काय  करन  क  �लए
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          श��शाली िव�ीय और प्रशासिनक िनयत्रण थ। इसक
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          बाद,  सरकारी  िव�ीय  योगदान  को  िन�भावी  करन  िद�ी म�, माननीय प्रधानमंत्री ने 04.01.25 को िद�ी
                                                           े
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          क  उद्द�  स,  पीपीपी  मॉडल  को  अपनाया  गया  और  के  अशोक िवहार म� झु�ी पुनवा�स प�रयोजना के  िह�े
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          इस  तरह  स  प्रो�ाहन  िदया  गया  िक  झु�ीवा�सयों  न  के  �प म� 1,675 नविनिम�त �ैटों का उद् घाटन िकया,
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          सोसायटी बनाकर पनिवकास की प्रिक्रया श� की और  �जसम� उिचत सुख-सुिवधाओं से सुस��त बेहतर और
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          डवलपस की पहचान की, �ज�ों�न िनवा�सयों स 70%  रहने का �� माहौल है। एक �ैट के  िनमा�ण पर 25
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          सहमित  प्रा�  करन  क  बाद,  3  स  4  की  अिधकतम  लाख �पये की रा�श खच� होती है, पात्र लाभाथ� कु ल
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          एफएसआई क साथ एसआरए को पनिवकास प्र�ाव  रा�श का 7% से कम भुगतान करते ह�, �जसम� मामूली
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          प्र�त  िकया।  झु�ी  पनवास  घटक  (�नतम  25  योगदान के  �प म� 1.42 लाख �पये और पांच साल के
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          वगमीटर/इकाई) और म� िबक्री घटक क �लए िनिमत  रखरखाव के  �लए 30,000 �पये शािमल ह�। ये घर रहने
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          �त्र का अनपात शहर, उपनगर और धारावी क �प  के  �लए तैयार ह�। 340 वग� फीट के  प्र�ेक �ैट म� एक
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          म वग�कत �ानों क आधार पर िनिद� िकया गया था।  बेड�म, �लिवंग �म, िकचन, बाथ�म और बालकनी
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          इसक अलावा, वा�ण��क और सामदाियक सिवधाओं  है। मकान म� िकचन काउंटर, �ील �संक, वॉशबे�सन,
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          की  अनमित  दी  गई।  सरकार  द्वारा  िनधा�रत  सपि�  ड�ू सी, िबजली के  पॉइंट, पानी की आपूित�, िबजली
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          म� का 25% प्रीिमयम डवलपर द्वारा भगतान िकया  और नाग�रक सुिवधाएँ  उपल� है।
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          जाना था। लाभािथयों क �लए लॉक-इन अविध 10 वष       �
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