Page 44 - संकल्प - दसवां अंक
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दसवी  ं अंक





                                                      िपताजी







                        मेरा साहस, मेरी इ त, मेरा स मान है िपता।


                        मेरी ताकत, मेरी पूंजी, मेरी पहचान है िपता।





                               घर की  इक इक ईट म  शािमल उनका खून पसीना।

                               सारे घर की रौनक उनसे, सारे घर की शान िपता।






                        मेरी इ त, मेरी शोहरत, मेरा कतबा है िपता ।

                        मुझको िह मत देने वाले मेरा अिभमान है िपता ।





                               सारे  र ते उनक  दम से, सारे नाते उनसे है ।


                               सारे घर क  िदल घड़कन, सारे घर की जान िपता l





                        शायद रब ने िदकर,  भेजा फल से अ छ  कम  का ।


                        उसकी रहमत, उसकी  नैमत,  उसका है वरदान िपता l












                                                                                        ीमती अमृता जे
                                                                       वाड  म बर, चेि क लंगरा  ामपंचायत
                                                                                   सुपु ी - ए ह रक मार
                                                                                            एसिटएस




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