Page 61 - संगम - चेन्नई क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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          सगम - ततीय स�रण /  �सतबर - 2025
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           मरी मातभिम भारत को पत्र
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                                                                                                        ं
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                                           भारत मा क �ारह उ�ाही बट-बिटयों न अपनी मातभिम को सबोिधत
                                                                         े
                                                                                              ृ
                                                                                  े
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                                                                            े
                                           करत �ए हािदक पत्र �लख, �जनम रा� �  क प्रित उनक प्रम और उ�वल
                                                                                               े
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                                                                           �
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                                           भिव� की आका�ाओं को �� िकया गया।
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                                           पत्रों म 2047 तक भारत को सम�द्ध, समानता और नवाचार स प�रपण          �
                                                                                                             ू
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                                           रा� �  क �प म दखा गया।
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           प्र�ो�री
           “भारत  @  78”  िवषय  पर  एक  प्र�ो�री  प्रितयोिगता
           हाइिब्रड  मोड  म  आयो�जत  की  गई।  इसम  च�ई
                                                           े
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           �त्रीय  कायालय  और  पदचरी  िवकास  कायालय  क
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           सभी अिधका�रयों न भाग �लया। पछ गए प्र� भारत
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           क  �तत्रता  सग्राम,  सिवधान  और  �तत्रता  क  बाद
           हा�सल  की  गई  प्रमख  रा� � ीय  उपल��यों  पर  क�िद्रत
                                                          �
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           थ। इस कायक्रम न भारत की गौरवशाली यात्रा और
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           उपल��यों क बार म �ान को पनज�िवत िकया।.
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                                                           क्रॉसवड  �
                                                                        �
                                                                                                              े
                                                           “िविवधता  म  एकता”  और  “�तत्रता  आदोलन  क
                                                                                                     ं
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                                                           गमनाम  नायक”  िवषयों  पर  क�िद्रत  एक  क्रॉसवड     �
                                                           प्रितयोिगता आयो�जत की गई। अटठारह प्रितभािगयों
                                                             े
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                                                           न इस पहली को हल िकया और यह चनौती प्रितभािगयों
                                                                   �
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                                                                                                    े
                                                           को साथक �प स प्रितयोिगता म भाग लन क �लए
                                                                                                         े
                                                                                                      े
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                                                           तयार की गई थी।.
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           पर�ार और प्रशसा
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           उपरो�  प्र�क  प्रितयोिगता  म  िवजताओं  को  प्रथम,  िद्वतीय  और  ततीय  पर�ार  प्रदान  िकए  गए।
                                                         े
           अिधका�रयों की उ�ाहपण भागीदारी और उनक ब�म� समय क �लए सभी प्रितभािगयों को भागीदारी
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                                                                ू
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           पर�ार प्रदान िकए गए। इन आयोजनों न न कवल �तत्रता की भावना का ज� मनाया, ब�� कायालय
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           क भीतर टीम भावना और सा�ितक प्रशसा को भी मजबत िकया।
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