Page 25 - आवास ध्वनि - सातवाँ अंक
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आवास न
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और अ जी दोन भाषाओं म न ा दत होगा और अनवाद पर आधा रत काम
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इसक बाद ह ी पण प स अ जी का ान ल लगी
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और क ीय सरकार का सारा कामकाज ह ी म भारत सरकार क म ालय / वभाग और क ीय
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और रा सरकार का शासक य काम अपन - अपन े सरकार के अ काया लय म ह ी म जो थोड़ा ब त
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रा क राजभाषाओं म कया जान लगगा, पर ऐसा काम हो रहा ह वह अनवाद क बसाखी क सहारे चल
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नह आ । अ जी का वच बनाय रखन क लए रहा ह । ह ी म ा होन वाल प आ द तक क े
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ह ी को सही मायन म राजभाषा क पद पर त त उ र क मसौद पहल अ जी म तयार कय जात ह ।
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करने के संबंध म नई-नई क ठनाइयाँ - कभी ह ी अनुमोदनोपरा इ ह ी अनुभाग म भेजकर
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क क ठन होन, कभी भा षक या क/इल ा नक ह ी म अनवाद करवा लया जाता ह और ह ी म
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स वधाओं क कम होन; कभी व ा नक और जारी करन क औपचा रकताए परी क जाती ह।
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तकनीक सा ह क कम होने आ द क गनाई लगभग यही त मं ीमंडलीय ट णय , संसदीय
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जान लगी और इस कार काया यन सबधी के उ र , आदेश , अनुदेश , व ापन ,
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सरकारी आदश क खल आम अनदखी होन लगी । अ धसूचनाओं और राजभाषा अ ध नयम क धारा
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3(3) क अधीन जारी कय जान वाल अ सभी
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द ावज़ क भी ह । इस तरह मल प स ह ी म
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काम न करक हम आज परी तरह अनवाद पर नभर
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ह । जब तक हम मल प स ह ी म काम करना
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आरंभ नह कर ग, कतनी भी को शश न कर ली
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जाय ह ी क गामी योग को अप त ग त नह
मल पायगी ।
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ससाधन क व ा
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ससदीय राजभाषा स म त क सफा रश क अनसरण
म अ धकतर म ालय / वभाग /कायालय म पया
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स ा म इल ॉ नक टाइपराइटर, भाषी स वधाय
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क टर सॉ वयर आ द उपल कराय गय ह पर
उनका उपयोग ह ी म काम करने क बजाय लगभग
95 तशत और कह -कह तो शत तशत अं ेजी म
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काम करन क लए कया जा रहा ह। ससदीय स म त
ारा भाषी इल ा नक स वधाओं क व ा करन े
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क स त काफ सोच वचार पर क गई थी । पर ह ी
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म काम करन क लए उनका उपयोग तो सब धत
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शासना धका रय / कायपालक ारा ही कया जायगा ।
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जब तक उनक मान सकता नह बदलेगी और जब तक
व नह बदलग और जब तक व नह चाहग तब तक
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उपल कराये गये संसाधन का उपयोग अं ेजी म
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काम करन क लए इसी तरह कया जाता रहगा ।
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