Page 28 - आवास ध्वनि - सातवाँ अंक
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आवास न
2025-26
ह ी दवस/ ह ी पखवाड़ा आ द का आयोजन जनता जानती ह, म सरकारी कामकाज करक परा
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उ व क प म न करक आ व षण और नह कया जा सकता । अत म, दश का वकास
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ह ी योग क त क समी ा करक उस े राजभाषा ह ी को सही अथ म अपनाकर ही हो
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आग बढ़ान क उ स कया जाय जसम सकता ह । भाषा का मह कवल सरकारी कामकाज
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वा वक उपल य क समी ा क जाय और क न ादन तक सी मत नह ह। भाषा कवल
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नधा रत ल ा करन क लए कार वाई क अ भ क ही नह हमारी सं ृ त क भी
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जाय । प रचायक ह । इसस हमारा रा ीय गौरव, सा तक
कायपालक ारा ह ी म लखी जान वाली अ ता और आ स ान ापक तौर पर जुड़ा आ
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छोटी-छोटी ट णया यहा तक क ह ी म ह । दश क सामा सक स त और उसक सवागीण
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ह ा र भी कमचा रय को ह ी म काम करन े वकास क लए हम वदशी भाषा पर नभर नह रह
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क लए रत और ो ा हत कर ग । सकते । हम अपनी रा भाषा/राजभाषा ह ी को हर
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म रा ीय तथा अतरा ीय हर मच पर परी न ा
और आ व ास क साथ ढ़तापवक ा पत करना
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भारत व का सबस बड़ा, ब और स ढ जात ह ।
होगा । यही हमारे लए गौरव क बात होगी ।
जातं म हमेशा जनता को मालूम होना चा हए क
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दश क सरकार ा करती ह, ा सोचती ह । जनता
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क आकां ाओं क अन प और उसी क सलाह स सब
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काम होना चा हए । इसक लए यह ज री ह क जनता
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और सरकार का सबध ब त करीब का रह । इस े बी.एल. शमा
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वदशी भाषा, अ जी, जस दश क कवल 2 तशत सहायक महा बधक (रा.भा.)- स. न., हडको
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