Page 34 - लक्ष्य - चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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नई पीढ़ी का अंदाज़ सब बकाऊ ह ...
मोबाइल हाथ म , कॉफ़ कप साथ, ान बक गये, यान बक गये
सपन क न शे, कदम क बात। कलम बक , स मान बक गये।
बेटा कह —"मुझे दु नया बदलनी ह , छोटी-छोटी सु वधा पर,
बेटी बोले—"पहले एक से फ़ लेनी ह । बड़ -बड़ ईमान बक गये।
कभी कताब म ड बे, कभी लैपटॉप म , सोच समझ कर मुह से बोलो,
कभी बहस चल क ट और पॉप म । दीवार क कान बक गये।
नए-नए वाब, नए-नए वचार, उनसे पूछो जंदगी या ह ,
हर दन दख इनक र ग हज़ार। जनक सब अरमान बक गये।
गल तय से सीख , आगे को बढ़ , न न रह गई जी वत लाश ,
हर सीढ़ी को ह सी-खुशी चढ़ । मुद क प रधान बक गये।
ये ह आज क उड़ान क प र दे, चोर को मत दोष दी जये,
जो कल लख गे नए सपन क नगीने। घर क ही दरबान बक गये।
बेटा हो या बेटी, दोन ह कमाल, पशु क क मत लगती ह ,
मेहनत और म ती का अनोखा धमाल। बना मू य इ सान बक गये।
दुआ ह मेरी—ये आगे ही बढ़ते रह ,
हर मंिज़ल को अपनी मु कान से गढ़ते रह । रॉ बन गोयल
उप महा बंधक- व
क वलजीत कौर
सहा महा बंधक ( शा)
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