Page 45 - संगम - चेन्नई क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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सगम - ततीय स�रण / �सतबर - 2025
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हडको म कित्रम ब�द्धम�ा की उपादयता
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राधा �शवग�
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ब�द्धम�ा और नवाचार क साथ शहरी भारत का �पातरण
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डटा सचा�लत इस यग म, हडको की आयोजना, सचालन और िव�पोषण म कित्रम ब�द्धम�ा (एआई) को एकीकत
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करन स मह�पण �मता का दोहन हो सकता ह और शहरी िवकास को नए �सर स प�रभािषत िकया जा सकता ह।
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एआई हडको को पारप�रक तरीकों स हटकर ब�द्धमान और डटा-आधा�रत िनणय लन म स�म बनाता ह।
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पवानमाना�क िव�षण प�रयोजनाओं को प्राथिमकता दन क �लए जनस�ा घन�, प्रवासन और बिनयादी ढाच े
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की किमयों का आकलन करता ह। �समलशन मॉडल नई सड़कों या आवासों क यातायात, प्रदषण और जल प्रवाह
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पर दीघका�लक प्रभावों का अनमान लगात ह, �जसस �ायी योजना को बढ़ावा िमलता ह।
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एआई और जीआईएस का सयोजन भिम और जनसा��कीय आकड़ों का िव�षण करक िवकास क �लए इ�तम
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�त्रों की पहचान करन म मदद करता ह, साथ ही कमज़ोर या खराब सपक वाल �त्रों स भी बचाता ह। पवानमान
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मॉडल झु�ी-झोपिड़यों क िव�ार या बदलती ऊजा ज़�रतों जस �झानों का पवानमान लगाकर समय पर और
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सिचत �ल चयन का मागदशन करत ह।
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रोज़गार, आय और प्रवासन पटन पर आधा�रत आवास माग क पवानमान, उ� आव�कता वाल �त्रों म िनवश को
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िदशा दन म मदद करत ह। एआई ए�ो�रदम बजट और खरीद म िवसगितयों की पहचान करक, दरी और िव�ीय
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�रसाव को कम करक पारद�शता भी बढ़ात ह।
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िव� म, एआई उपकरण पनभगतान �मता का आकलन करत ह और उपय� ऋण सरचनाए सझात ह। धोखाधड़ी
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का पता लगान वाली प्रणा�लया बढ़ी �ई लागतों या सिद� लनदन की िनगरानी करती ह। बाजार पवानमान मॉडल
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बॉ� जारी करन क समय का िनधारण करन और �ायी �ाज दर िनधा�रत करन म मदद करत ह। जो�खम मॉडल
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प�रयोजनाओं म िन�ादन जो�खमों का म�ाकन करक क्रिडट रिटग और िनिध आवटन म सधार करत ह।
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एआई बजिटग बहतर िनिध उपयोग सिनि�त करता ह और ता�ा�लकता एव प्रदशन क आधार पर िनिध प्र�ावों
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को रक करता ह। िनवशक �वहार िव�षण और बॉ� म� िनधारण उपकरणों क मा�म स भी धन उगाहन को
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मज़बत िकया जाता ह। पवानमािनत �ाज दर उपकरण प्र�क पहल क दीघका�लक लाभों का अनमान लगात ह।
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जनरिटव एआई भ-भाग, यातायात और सय क प्रकाश क आधार पर आवास और बिनयादी ढाच क �लए इ�तम
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लआउट िडज़ाइन करन म सहायता करता ह। म� अनकलन उपकरण िनवशकों की �िच और उधारकता की
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साम� क बीच सतलन बनात ह। एआई ऑिडिटग नकली ठकदारों और लागत व�द्ध का पता लगाकर सावजिनक
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धन की सर�ा करती ह।
एआई हडको की आयोजना, िव�पोषण और िक्रया�यन को एक कायनीितक, ब�द्धमान प्रिक्रया म बदल दता
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ह—इस एक िव�पोषक स रा� � ीय शहरी ब�द्धम�ा म प�रवितत िकया जा सकता ह Iकित्रम ब�द्धम�ा (एआई) की
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असली ताकत एआई की श�� को हडको क बहतर शहरी भारत क �ायी �ि�कोण क साथ जोड़न म िनिहत ह।
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