Page 16 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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                                हिच� 1- नाीहित आयाोगां औरा एहि�यााई हिवाकाासा द्वााराा “हिवाकाासा का इं�जेना का रूपं मं �हारा”
               सहोायतेा करा�ा।                                   वंृनिद्ध होो सकतेी होै औरा जीवं� स्तेरा मं सुधारा होो सकतेा होै:

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           •  वंनिश्वक जागुरूकतेा अनिभाया�ं क माध्यम से शहोरां/कस्बंं को   •  निकरााया सहोायतेा औरा सामुदेानियक आवंास पहोलें क निलेए ध�
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                                                                                                            े
               बंढ़ावंा देे�ा।                                       उपलेब्ध कराा�ा।
           •  एकले-निखड़ेकी नि�कासी प्रर्णालेी स्थाानिपते करा�ा।  •  शहोरा द्वााराा संचानिलेते आवंास स्टीॉक उन्�य� का समथा�� करा�ा।


                                                                                                े
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           ग. भाूनिम एवंं अवंसंंराचं�ा नि�योज� कुो बंढ़ाावंा दे�ा।  •  नि�म्‍�-आय आवंास परिरायोज�ाओंं क निलेए निवंत्तीय मॉडले प्रदेा�
                                                                     करा�ा।
           एकीकृते मास्टीरा योज�ा को सतेते शहोराी निवंकास क निलेए भाूनिम क
                                                             े
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                                                                                          थ
           उपयोगु का परिरावंहो�, आवंास औरा उद्योोगु क साथा संरानिखते करा�ा:  चं. शहरा कुा राचं�ात्मकु र्पोु�निवंकुासं
                                                   े
           •  एकीकृते शहोराी नि�योज� पहोलें को निवंत्तपोनिषाते करा�ा।  शहोरां क पु�निवं�कास क निलेए �ई औरा अनिभा�वं सोच की आवंश्यकतेा
                                                                                  े
                                                                       े
                                                                 होोतेी होै जो परांपराा को आधुनि�क आवंश्यकतेाओंं क साथा निमनिश्रृते
                                                                                                         े
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           •  स्माटी अवंसंराच�ा निवंकास को समथा� देे�ा।
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                                                                 करा। एक होी तेराहो की �ीनिते अप�ा� क बंजाय, शहोराी निवंकास को
                                                                                               े
                                                                    े
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           •  आवंास, उद्योोगु औरा पारागुम� प्रर्णानिलेयं क बंीच संपक मं सुधारा   जलेवंायु परिरावंते�, ज�सांनिख्यकीय बंदेलेावं, स्थाा� की निवंनिशष्टतेा
                                                                                  े
               करा�ा।                                            औरा सांस्कृनितेक परिराप्रक्ष्य को ध्या� मं राख�ा चानिहोए। इसका एक
                                                                                                                े
                                                                                                            े
                                                                 आदेश�  उदेाहोरार्ण  काशी  निवंश्व�ाथा  कॉरिराडोरा  होै]  निजस�  �  कवंले
           घ. निवंकुासं कु निलए भाूनिम कुी संुलभाता म संुधारा
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                                                                 वंाराार्णसी  क  धानिम�क  औरा  ऐनितेहोानिसक  आकषा�र्ण  को  पु�स्थाानिपते
                                                                          े
                                                                                                   े
                                                                                                                  �
           भाूनिम अनिभालेखं का निडनिजटीलेीकरार्ण औरा पीपीपी मॉडले की संराच�ा   निकया होै, बंनिल्क निवंराासते को आधुनि�कतेा क साथा जोड़ेकरा पयटी�
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                                                                                                         े
           शहोराी भाूनिम उपयोगु मं देक्षतेा औरा पारादेनिश�तेा बंढ़ा सकतेी होै:  औरा स्थाा�ीय व्यवंसाय को भाी बंढ़ावंा निदेया होै। इसक अलेावंा, एक
                                                                                 ै
                                                                 निज़ीलेा एक उत्पादे जसी योज�ाओंं क माध्यम से शहोरा को अग्रेर्णी
                                                                                              े
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           •  पारादेनिश�तेा  क  निलेए  भाूनिम  अनिभालेखं  क  निडनिजटीलेीकरार्ण  का   बं�ा�ा भाी एक कदेम होै।
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               निवंत्तपोनिषाते करा�ा।
                                                                 शहोराी चु�ौतेी नि�निध इस संबंंध मं महोत्वंपूर्ण� भाूनिमका नि�भाा सकतेी होै।
           •  भाूनिम निवंकास क निलेए सावं�जनि�क-नि�जी भाागुीदेाराी (पीपीपी) को   ऐसी परिरायोज�ाओंं, निवंशेषा रूप से मौजूदेा शहोराी स्थाा�ं (ब्रााउ�फीील्ड
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               सुगुम बं�ा�ा।                                     पु�निवं�कास) को ऐनितेहोानिसक औरा पारिरानिस्थानितेकी सारा को अक्षुण्र्ण
                                                                                        े
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           •  पु�निवं�कास परिरायोज�ाओंं क निलेए संरानिचते निवंत्तपोषार्ण का समथा�   राखते होुए समथा� प्रदेा� कराक, यहो नि�निध शहोराी �वंी�ीकरार्ण का
                                                            �
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                                                                     �
               करा�ा।                                            समथा� करा सकतेी होै जो अतेीते का सम्‍मा� कराते होुए एक स्थाायी
                                                                 भानिवंष्य का मागु� प्रशस्ते करातेी होै।
           ङ. निकुफायती आवंासं संमाधा�ं कुा निवंस्तारा।
           राोज़ीगुारा कद्रं क पास सुलेभा आवंास उपलेब्ध कराा� से उत्पादेकतेा मं
                                                 े
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