Page 21 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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5. मोकुोकुचंुंग: मोकोकचुंगु, आओं लेोगुं का सांस्कृनितेक कं द्र होै को जा�� औरा उ�की जीवं�शैलेी औरा संस्कृनिते का निहोस्सा बं�� े
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औरा आनिथाक औरा रााज�ीनितेक रूप से उत्तराी �ागुालेड का सबंसे का अवंसरा निदेया। यहो मेराी स्मृनितेयं मं बंसा होुआ होै औरा 15
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महोत्वंपूर्ण� शहोराी कद्र होै। यहोा ट्रीकस औरा प्रकृनिते प्रनिमयं क निलेए जुलेाई2024 ,को देीमापुरा छेोड़ेकरा गुुवंाहोाटीी क्षेत्रीीय कायालेय मं
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कई म�ोराम स्थाा� औरा लेोककथाा स्थाले हों। कायभाारा ग्रेहोर्ण करा� क बंादे भाी, �ागुालेड क बंारा मं क ु छे-क ु छे
ऐसी हों जो अभाी भाी मेरा साथा होै औरा बंस आँखं बंंदे कराक औरा
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�ागुालेड का होरा स्थाा� एक कहोा�ी कहोतेा होै � निसर्फ़ उस ज़ीमी� गुहोराी सास लेकरा उसे निफीरा से महोसूस करा सकतेी होँँ।
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की, बंनिल्क उ� गुौरावंानिन्वंते लेोगुं की भाी निजन्हों� समय क साथा
अप�ी पहोचा� बंचाए राखा होै। इसक प्राकृनितेक दृश्यं की खोज
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मं, मं� निवंराासते का एक जीवंंते तेा�ा-बंा�ा देेखा, निजसका सम्मा�
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औरा संराक्षर्ण ज़ीरूराी होै। मं अप�ी संस्थाा की होमेशा आभााराी राहोँँगुी
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निक उन्हों� मुझे देीमापुरा क्षेत्रीीय कायालेय मं स्थाा�ांतेरिराते निकया
औरा मुझे �ागुालेड की सूदेरातेा को कराीबं से देेख�, वंहोा क लेोगुं
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