Page 20 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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. 3 वंोखा: समृद्ध खनि�ज संसाध�ं, निमट्टी की उवं�रातेा औरा प्रचुरा
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वं�स्पनितेयं औरा जीवंं क कारार्ण वंोखा को �ागुालेड सराकारा द्वााराा
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‘प्रचुरा भाूनिम’ घाोनिषाते निकया गुया होै। देोयांगु �देी वंोखा निजले से
होोकरा बंहोतेी होै औरा यहों परा देोयांगु जलेनिवंद्योुते परिरायोज�ा निस्थाते
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होै, जो �ागुालेड का एकमात्री प्रमुख बंाध होै। देोयांगु �देी क चारां
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ओंरा की सुंदेरातेा इस स्थाा� को वंोखा निजलेे का सबंसे प्रनिसद्ध
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पयटी� स्थाले क रूप मं आकनिषा�ते करातेी होै।
वंोखा क रिराफीाइम गुावं का मोरााशे� टीॉवंरा पदेले यात्रीा औरा
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देश��ीय स्थालें की यात्रीा क निलेए एक अच्छेी जगुहो होै।
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4. तौफमा )प्राचंी� निवंराासंत गावं) : तेौफीमा पयटी� गुावं �ागुालेड
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क प्राची� निवंराासते गुावंं मं से एक होै औरा पारांपरिराक अंगुामी �ागुा
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गुावं का एक अद्भुुते पु�नि�मार्ण होै। यहो कोनिहोमा से कवंले एक घांटी े
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की ड्राईवं परा एक सुराम्य पहोाड़ेी परा बंसा होै। यहो �ागुालेड की
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जीवंंते संस्कृनिते औरा परांपरााओंं क प्रनिते एक अद्भुुते श्रृद्धांजलेी होै।
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