Page 17 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
P. 17
छ. जल एवंं स्वंच्छता
े
ै
सराकारा � स्वंच्छे भााराते निमश� औरा जले जीवं� अनिभाया� जसे अद्भु ु ती दे ु हिनाया
े
े
े
ै
े
पहोलें क माध्यम से शहोराी निवंकास क इस पमा� को बंहोतेरा बं�ा� े
की निदेशा मं महोत्वंपूर्ण� कदेम उठाए हों। होालेानिक, अक ु शले सीवंेज
ँ
ँ
े
प्रर्णानिलेया,ओंवंराफ्लेो होोते लेडनिफीले, अपनिशष्ट पृथाक्करार्ण की खरााबं
ं
व्यवंस्थाा औरा स्वंच्छे पेयजले की असमा� पहोुँच जसी चु�ौनितेया ँ
ै
शहोराी निस्थारातेा को प्रभाानिवंते करातेी राहोतेी होै।
ँ
यहोा शहोराी चु�ौतेी नि�निध स्थाा�ीय स्वंशास� को शहोरा-निवंनिशष्ट समाधा�
े
लेागुू करा� क निलेए संसाध�ं औरा लेचीलेप� से सशक्त बं�ाकरा इ�
े
े
बंाधाओंं को देूरा करा� मं महोत्वंपूर्ण� भाूनिमका नि�भाा सकतेी होै, जसे- रााणीा कु ु मारा फ ु कु�
ै
े
• सीवंेज औरा अपनिशष्ट जले उपचारा का उन्�य� संंयुक् त महाप्रबंंधकु (र्पोरिरायोज�ा)
• अपनिशष्ट से ऊजा संयंत्रीं, खादे बं�ा� औरा स्माटी कचराा �ीले आसमा� औरा सफीदे बंादेले क तेलेे
े
�
�
े
े
े
पृथाक्करार्ण को बंढ़ावंा देेकरा स्थाायी अपनिशष्ट प्रबंंध�। उल् ल् वंले निदे�, अंधेराी रााते,
ं
�
• वंषाा जले संचय� निवंनिधयं, स्माटी जले निग्रेड औरा अन्य �वंी� निछेपे हों निकते� राहोस् य भाले,
�
े
े
परिरायोज�ाओंं परा अनिधक नि�वंेश कराक स्वंच्छे जले की पहोुँच प्रकृनिते का होरा को�ा क ु छे कहोतेा होै
े
का निवंस्तेारा करा�ा।
सच यहो देुनि�या निवंनिचत्री।
े
े
े
• अपनिशष्ट उत्पादे� को कम करा� क निलेए सामनिग्रेयं क पु�: उपयोगु सुमुद्र की लेहोरा मं संगुीते होै,
ं
�
े
औरा पु�च��र्ण को प्रोत्सानिहोते कराक एक च�ीय अथाव्यवंस्थाा
को बंढ़ावंा देे�ा। निहोरायालेी खेतें मं झूमं,
अंगुलें मं लेुभाातेा म�,
नि�ष्कुषा: प्रस्तेानिवंते शहोराी चु�ौतेी नि�निध की सफीलेतेा रााज्य औरा
थ
ं
ं
स्थाा�ीय एजनिसयं की बंॉन्ड, बंक ऋर्ण औरा सावं�जनि�क-नि�जी पंनिछेयं की मीठी बंोलेी
भाागुीदेाराी से ध� जुटीा� की क्षमतेा परा नि�भा�रा करातेी होै, निजसमं रााज्य प्रकृनिते क अ�ुपम उपहोारा
े
े
सराकारां द्वााराा निटीयरा-2 औरा निटीयरा-3 शहोरां परा अनिधक ध्या� कनिद्रते चांदेनिसतेारा, सूराज की राोश�ी,
ं
ं
निकया जाएगुा। यहो पहोले स्थाा�ीय स्तेरा परा व्यावंसानियकतेा को
े
े
निवंकनिसते करा� औरा स्थाा�ीय स्तेरा की एजनिसयं की उच्च स्तेराीय होरा पले निबंख् सरा �ई कहोा�ी।
ं
सराकारा परा नि�भा�रातेा कम करा� मं मदेदे करागुी। स्माटी निसटीी निमश� से
े
े
�
�
े
े
प्राप्त सबंक शहोराी चु�ौतेी नि�निध क तेहोते कायान्वंय� क निलेए निवंचारा म�ुष् य पशु पंछेी जीवं अ�क
े
की जा� वंालेी गुनितेनिवंनिधयं को बंहोतेरा ढंंगु से संचानिलेते करा� मं मदेदे
े
े
े
े
े
े
ं
करागुे। आवंंनिटीते ध� का उनिचते उपयोगु औरा भााराते मं मौजूदेा शहोरां सबं निमलेकरा राचते जीवं� क लेख
मं सुधारा रााज्य औरा स्थाा�ीय स्तेरा परा प्रचनिलेते शास� की गुुर्णवंत्ता परा यहो देुनि�या अदेभाुते होै
े
नि�भा�रा करातेा होै। इसक निलेए संस्थाागुते जवंाबंदेेहोी सुनि�नि�ते करा�ा औरा होरा क्षर्ण होोतेा होै गुुमा�।
�गुरापानिलेका पदेानिधकारिरायं की क्षमतेा का नि�मार्ण करा�ा आवंश्यक
�
होै। शहोराी परिरावंते� की प्रनि�या मं, रााज्य औरा स्थाा�ीय सराकारां की ****
�
भाूनिमका महोत्वंपूर्ण� होै। उ�की निवंत्तीय औरा प्रशासनि�क क्षमतेाओंं को
बंढ़ा�ा लेक्ष्य प्रानिप्त मं उपयोगुी सानिबंते होोगुा।
*****
17