Page 3 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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संंदेेश









                                    निप्रय सानिथायं,

                                    निहोन्देी निदेवंस 2025 क अवंसरा परा होडको क्षेत्रीीय कायालेय, गुुवंाहोाटीी क सभाी
                                                                                           े
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                                                                                   े
                                 कानिम�को को मेराी अ�ंते शुभाकाम�ाएँ । यहो गुवं� की बंाते होै निक “गु” क्षत्री मं निस्थाते होडको
                                 गुुवंाहोाटीी क्षेत्रीीय कायालेय, होडको  द्वााराा निहोन्देी निदेवंस क अवंसरा परा ‘पूवंाचले’ �ामक
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                                                                         े
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                                 निहोन्देी गुृहो पनित्रीका क ग्याराहोवंं अंक का प्रकाश� निकया जा राहोा होै ।
                                    जसानिक होम जा�ते हों निक जबं होमारा देेश को आजादेी निमलेी तेो उस समय सराकाराी
                                      ै
                                                              े
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                                                                   े
                                 निवंभाागुं क बंीच संचारा को सुव्यवंनिस्थाते करा� औरा ज�तेा तेक पहोुंचा�े के  निलेए एक
                                 आनिधकारिराक भााषाा की जरूराते महोसूस की गुई थाी । अते: सभाी बंातें परा निवंचारा करा�  े
                                 क बंादे यहो नि�र्ण�य निलेया गुया थाा निक निहोंदेी भााषाा को देेश की रााजभााषाा बं�ाया जाए ।
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                                                                                  े
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                                 आजादेी क बंादे 1949 मं संनिवंधा� सभाा द्वााराा 343(1) अ�ुच्छेदे क अ�ुसारा देेवं�ागुराी
                                                                               े
                                                                               े
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                                 निलेनिप मं निलेखी जा�वंालेी निहोंदेी भााषाा को भााराते की रााजभााषाा क रूप मं अंगुीकृते निकया
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                                                                   े
                                 गुया । उसी निदे� क स्मरार्ण मं पूरा भााराते मं प्रत्यक वंषा� 14 निसतेंबंरा को निहोंदेी निदेवंस  क
                                                                                               े
                                                        े
                                 रूप मं म�ाया जातेा होै । निहोंदेी देेश की संनिवंधा� स्वंीकृते रााजभााषाा औरा संपक भााषाा क
                                                                                               े
                                                                                         �
                                 रूप मं नि�रांतेरा निवंकनिसते होो राहोी होै ।
                                    निहोन्देी निदेवंस क  इस पावं� पवं� परा मं आप सभाी को बंधाई देेतेा होँँ औरा आशा
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                                 करातेा होँँ निक निहोंदेी क प्रचारा-प्रसारा क निलेए आप सभाी अप�ा बंहोुमूल्य योगुदेा� देंगुे ।
                                    शुभाकाम�ाओंं सनिहोते ।
                                                                                        े
                                                                             (श्रीी संंजय कु ु लश्रीष्ठ)
                                                                          अध्यक्ष एवंं प्रबंंध नि�देशकु
                                                                                        े













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