Page 8 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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• “निहन्देी भाारात कुी आत्मा ह।”
-महाात्मा गांा�धीी
• “जबं तकु रााष्ट्र अर्पो�ी भााषाा कुो �हं अर्पो�ाता,
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तबं तकु वंह मा�निसंकु गुलामी सं मुक्त �हं हो संकुता।”
-डॉॉ. रााजेेन्द्र प्रसााद
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• “निहन्देी कुो भाारात कुी रााजभााषाा बं�ा� कुा अर्थ ह भाारातीयता कुो अर्पो�ा�ा।”
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-अटलबि�हाारीी वााजपेयीी
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• “निहन्देी हमाराी मातृभााषाा ही �हं, हमाराी र्पोहचंा� भाी ह।”
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-अनााम
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• “निजसं देश कुो अर्पो�ी भााषाा र्पोरा गवं �हं, वंह कुभाी उन्�नित �हं कुरा संकुता।”
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-डॉॉ. रााम मनाोहारा लोोहिहायाा
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• “निहन्देी कुवंल एकु भााषाा �हं, यह एकु संंस्कु ृ नित ह, एकु संोचं ह, एकु भाावं�ा ह।”
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-अनााम
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• “रााजभााषाा निहन्देी कुो बंढ़ाावंा दे�ा, रााष्ट्र कुो एकु संूत्री म बंाध� कुा कुाय ह।”
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-अनााम
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• “यनिदे रााष्ट्र कुो एकु संूत्री म निर्पोराो�ा ह, तो उसंकुी भााषाा एकु हो�ी चंानिहए औरा वंह ह निहन्देी।”
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-पं�. जेवााहारालोालो नाहारू
• “निहन्देी कुा निवंकुासं, रााष्ट्र कुा निवंकुासं ह।”
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-अनााम
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