Page 11 - चंदन वाणी - बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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• यािा समय और लागत में कमी – तज़ आिाजा ी से ईंधन, िा न रखरखाि और सिंचालन
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लागत घटगी।
• सिंतुयलत श री त्रिकास – श र क े उत्तरी और पूिी ह स्सों में नए श री नोड्स त्रिकयसत
ोंग, ग्रामीण-श री सिंपक सशक्त ोगा।
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• सामाट्जक-आयर्ाक प्रगयत – पररयोजना मागा से लग गािंिों को ब तर सडक सुत्रिधा और
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नए बाज़ारों तक प ुिंच यमलगी।
पृसॎठभूयम एििं आिश्यकता:
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श री दबाि: बगलूरु, भारत का पाूँचिाूँ सबस बडा श र, 821 िगा हकमी में फला ुआ ै और इसकी
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आबादी 1.5 करोड से अयधक ै। िा नों की सिंख्या 75 लाख पार कर चुकी ै, जो सालाना 10.2% की दर
से बढ र ी ै, जबहक जनसिंख्या िृत्रद्ध माि 3.25% ै।
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