Page 16 - चंदन वाणी - बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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त्रित्तीय समािशन और साक्षरता: एक पीढीगत आिश्यकता
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         सवत्तीय िमावशन का अर् है वक प्रत्यक व्यल्कक्त की उपयोगी और वकफायती ववत्तीय उत्पादों एव सवाओं
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         तक पहुच हो - िस बचत, ऋण, बीमा और वडविटल भगतान - और यह सवाए विम्मदार एवं स्थायी
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         तरीक से प्रदान की िाए। लवकन कवल पहुच होना ही पयाप्त नहीं है। इसवलए ववत्तीय साक्षरता भी
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         आवषॎयक है, विसका अर् है ववत्तीय कौर्लों को समझन और प्रभावी ढग से उपयोग करन की क्षमता।
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         यह सवचत वनणय लन और दीर्कावलक ववत्तीय सरक्षा प्राप्त करन क े वलए अत्यत महत्वपण है।
            बच्च (आयु 6 - 17 िषा)
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         कम उम्र में त्रित्तीय अिधारणाओिं का पररचय दना, जीिनभर की त्रित्तीय स्िास््य की नीिंि रखता  ै। बच्चों
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         क े यलए त्रित्तीय समािशन और साक्षरता में शायमल  ैं:
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               • लक्ष्य-आधाररत बचत को बढािा दन  तु माइनर सत्रििंग अकाउट खोलना
               • गयमफाइड टूकस क े माध्यम से बजट बनाना और पैस का म त्ि यसखाना
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               • स्कल यशक्षा में आयु-उपयुक्त त्रित्तीय पाठ्यिम शायमल करना
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               • माता-त्रपता िारा हडट्जटल सुरक्षा और ट्जम्मदार खचा की जानकारी देना
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         प्रारयभक यशक्षा में त्रित्तीय साक्षरता को शायमल करन से  म आत्मत्रिश्वासी और जागऱूक भत्रिष्य क े
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         आयर्ाक प्रयतभायगयों को तैयार करत  ैं।
             युिा (आयु 18–30 िषा)
         इस चरण में युिा, कायाक्षि में प्रिश कर र   ोत  ैं, उच्च यशक्षा प्राप्त कर र   ोत  ैं या व्यिसाय शुऱू कर
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         र   ोत  ैं। त्रित्तीय समािशन और साक्षरता उन्  मदद करता  ै:
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               • यशक्षा, उद्ययमता या व्यत्रक्तगत त्रिकास क े यलए िहडट तक प ुिंच
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               • बजहटग, बचत और यनिश जैसी त्रित्तीय आदत त्रिकयसत करना
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               • हडट्जटल फाइनस, जैस UPI, हफनटक ऐप्स और साइबर सुरक्षा को समझना
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               • यािा, घर या उच्च यशक्षा जैस लक्ष्यों क े यलए योजना बनाना
         प्रारयभक त्रित्तीय साक्षरता युिाओिं में आत्मयनभारता, निाचार और ट्जम्मदार नागररकता को प्रोत्साह त
                                                                         े
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