Page 21 - चंदन वाणी - बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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हडको ने ₹98 लाख की स्वीकत रावर् में से ₹58.73 लाख की लागत से नत्र र्ल् वचवकत्सा सक्ष्दर्ी
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(Ophthalmic Microscope) और एन.डी: वाई.ए.िी लज़र मर्ीन उपलभॎध कराई। इन आिवनक
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सवविाओं का उदर्ाटन श्री एस. गरुदत्ता, पव क्षत्रीय प्रमख, हडको ने वकया। कायिम में डॉ. पी.
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नारवसम्हा स्वामी, डीन एव वनदर्क, माड्या इस्टीट्यट ऑफ मवडकल साइसज़, डॉ. हनमर् प्रसाद एम.,
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डॉ. वर्वकमार िी, डॉ. प्रदीप और हडको क े वररष्ठ अविकारी उपल्कस्थत रह।
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िजरी और सशक्षा में आई नई चमक:
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18 साल परान ऑपरवटग माइिोस्कोप को बदलकर हडको ने न वसफ सस्थान की तकनीकी ताकत
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बढाई, बल्कि वहा पढ रह 14 कवनष्ठ रवज़डटस को बहतर सीखन का मौका वदया। नया सक्ष्दर्ी
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मोवतयावबद िसी िवटल सिरी में असािारण सटीकता और स्पष्ट्ता प्रदान करता ह। वर्क्षक अब ररयल-
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टाइम में छात्रों को सिरी की बारीवकया वदखा सकत ह। वीवडयो ररकॉवडग वसस्टम से छात्र बार-बार
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दखकर अपनी तकनीक सिार सकत हैं और चचाओं में आत्मववश्वास से वहस्सा ले सकत ह।
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लज़र स बदली मरीजों की ट्ज़िंदगी:
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नि स्र्ात्रपत एन.डी: िाई.ए.जी लज़र मशीन ने मरीजों क े यलए नि उपचार को आसान और
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सुरट्क्षत बना हदया। मोयतयात्रबिंद ऑपरशन क े बाद ोन िाली पोस्टीररयर क ैप्सूलर अपैयसहफकशन
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का उपचार अब यमनटों में सिंभि । ग्लॉकोमा जैस नि रोगों क े यलए भी य मशीन ददरह त
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और तज़ समाधान उपलब्ध कराती । इस तकनीक ने आउट पशट सिाओिं में िायत ला दी ै,
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ट्जसस मरीज कम समय में ब तर इलाज पा र ैं और डॉक्टर अपनी सिाओिं को और सशक्त
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बना पा र ।
“आिंखों में उजाला, भत्रिष्य में त्रिश्वास”:
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एमआईएमएस क े सिंकाय ने डको का आभार जतात ुए क ा हक इस योगदान ने उनक े त्रिभाग
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को नई ऊजाा दी । उन्नत उपकरणों ने मरीजों क े उपचार को स ज बनाया, ि ीिं छािों को
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त्रिशषज्ञ बनन की हदशा में एक मज़बूत आधार प्रदान हकया।
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