Page 7 - चंदन वाणी - बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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बलूर और लबीड क े मिंहदर अपन दट्क्षण भारतीय िास्तुकला क े यलए सबस ज्यादा जान े
जात । इन दोनों स्र्ानों पर मिंहदरों को प्रयसद्ध िास्तुकार अमरयशकपी जक्कन्नाचाया िारा
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बनाया गया । बलूर क े 12िीिं शताब्दी क े मिंहदर में कई मूयतायािं ैं ट्जन् मदयनका या
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नताकी क े ऱूप में जाना जाता । इसम त्रियभन्न आकयतयों क े कई स्तिंभ । र एक स्तिंभ
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एक नई सोच का प्रतीक ै|
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