Page 54 - संगम - चेन्नई क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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                                                                        ं
                                                                      सगम - ततीय स�रण /  �सतबर - 2025
                                                                                      ं
                                                                                                   ं
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                                                                                       े
                                                                               ं
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                                                                       ं
           ह� । अत म म�राित्र 1.30 बज एकात सवा होती ह। आमतौर पर अितम एकात सवा क बाद मिदर लगभग 1:30
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                                                   े
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           बज बद हो जाता ह और 2.30 बज सप्रभात सवा क साथ खलता ह । इस प्रकार भ�ों को ई�रीय दशन स िदन म          �
                                                                                                    �
                                                                                                        े
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           23 घट  आशीवाद प्रा� होता ह।
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           भ�, अपन समपण क �प म िन� चढ़ावा चढ़ात ह          �
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           - क�ाणकट्टा म मडन,
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           - ित�पित स श्रीवारी मट्ट और अलीिपरी की पहािड़यों पर चलना (य दोनों पदल रा� ित�मलय की ओर जात ह)
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           - मिदर म अग प्रदि�णा
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           - तलाभरम (अपन वजन क बराबर अनाज)
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           प्र�सद्ध  ित�पित  लड्ड  (मवा  य�  मीठा  लड्ड)  मिदर  क  प्रसाद  का  एक  मह�पण  िह�ा  ह  I  मिदर  दव�ानम
                                                                                    �
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           तीथयाित्रयों क �लए िनः श� भोजन और आवास की �व�ा करता ह तथा ित�मलय म िनः श� बस सवा भी
                                                                                               ु
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           प्रदान करता ह।
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           मरा ���गत अनभव यह ह िक ित�मलय वकट�र मिदर क दशन क बाद मझ मान�सक शाित और आ�ा��क
                                                                               ु
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           त�� का अनभव �आ ह, ई�र स गहरा लगाव �आ ह और उनम िव�ास की भावना बढ़ी ह I  मझ हर बार लगता
                                                                  े
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                                                     �
           ह िक म श्री वकट�र मिदर स सकारा�क ऊजा अपन साथ ल जा रही �।
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           ित�माला क अ� मह�पण धािमक �लों म आकाशगगा तीथम (जो अपन पिवत्र झरन क �लए जाना जाता ह),
                                                                                                             ै
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           �सलाथोरनम (एक प्राकितक चट्टान सरचना स बना महराब) और ित�माला िहरण पाक �रजव शािमल ह।
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           मिदर  क  आस  -  पास  बन  अ�  मह�पण  धािमक  �लों  म  ित�चानर  म  श्री  पद्मावती  अ�ावरी  मिदर,  श्री
                                                                           ू
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                                         े
           गोिवदराज�ामी मिदर, श्री किपल�र �ामी मिदर और इ�ॉन मिदर तथा श्रीिनवास मगापरम म बन श्री क�ाण
                                                                                                    े
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                          ं
           वकट�र�ामी मिदर शािमल ह।
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                                                                                           े
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                                                                                                     े
           ित�मलय जान क �लए पहल ित�पित प�चना होता ह I ित�पित तक दश क सभी भागों स आसानी स प�चा जा
                                                                          े
                                                                                                         ं
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           सकता ह I च�ई, बगल� और व�ोर स ित�पित जान की सीधी बस उपल� ह। च�ई स भी सड़क/रल/हवाई माग                �
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                                                                               �
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           स ित�पित प�चा जा सकता ह। इसक अित�र� रल माग स प�चन क �लए भी िनकटतम रलव �शन ित�पित
                                            े
                                                                 े
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           ह। हवाई माग स प�चन क �लए  िनकटतम हवाई अड्डा ित�पित स लगभग 15 िकमी दर रिनगटा क पास ह। इस
                                                                      े
                                                                                              ुं
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                             ै
           घरल हवाई अड्ड स हदराबाद, िवशाखाप�नम, च�ई, नई िद�ी और बगल� क �लए सीधी उड़ान ह और अब इस               े
                                                     े
                                                                                े
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                �
           अतरा� � ीय हवाई अड्ड क �प म उ�त िकया जा रहा ह। ित�पित प�चन क बाद यहा स ित�मलय की दरी लगभग
                                                                           े
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           26 िकलोमीटर ह और ित�पित स ित�मलय तक जान क सभी प�रवहन साधन उपल� ह । ित�मलय जान क
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                                                           े
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           �लए ित�पित स हर 2 िमनट म सीधी बस सवाए भी उपल� ह।
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           कई भ� अपनी म�त परी करन क �लए पदल ही ित�मलय की पहािड़यों पर चढ़त ह। इसक �लए टीटीडी पदल
                                                                                             े
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                                     �
           माग पर िवश्राम गह, सर�ा, कटीन, शौचालय, पयजल, िचिक�ा सहायता और रा� म भ�� सगीत की �व�ा
                          ृ
                                                     े
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                                              ै
           करता ह तथा उनका रखरखाव करता ह। टीटीडी ित�मलय  की पहािड़यों पर पदल चढ़न वाल भ�ों का सामान
                                                                                               े
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           ल जान की िनः श� सिवधा भी प्रदान करता ह।
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