Page 37 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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अस्र्पोताल कुरा निदेया गया। उ�कु �ाम र्पोरा बं�ा इ�डोरा स्टनिडयम निसतेंबंरा, 1942 को, नितेलेेश्वराी, ढंेनिकयाजुलेी के पास पुनिलेस थाा�े परा
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असंम कु गुवंाहाटी म निस्र्थत ह। ै नितेरांगुा फीहोराा� आए प्रदेश��कारिरायं क साथा शानिमले होुई ं ।
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देारिराकुी देासं बंरुआ, गोलाघाट 20 निसतेंबंरा, 1942 को, नितेलेश्वराी मृत्यु वंानिहो�ी क जुलेुस क साथा
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ढंनिकयाजुलेी पुनिलेस स्टीश� की ओंरा क ू च करा राहोी थां। उस निदे� होुई
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देारिराकी देासी बंरुआ गुोलेाघााटी की एक असनिमया स्वंतेंत्रीतेा स�ा�ी थां, गुोलेीबंाराी मं पंद्रहो लेोगु मारा गुए था। असम स्वंतेंत्रीतेा स�ा�ी संघा क
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निजन्हों� भाारातेीय स्वंतेंत्रीतेा संग्रेाम क देौराा� अफीीम निवंराोधी अनिभाया� महोासनिचवं निद्वाजंद्र मोहो� शमा � कहोा, “75 साले पहोले भााराते छेोड़ेो
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मं महोत्वंपूर्ण� भाूनिमका नि�भााई थाी। देारिराकी देासी बंरुआ असम मं अफीीम आंदेोले� क देौराा� एक 12 साले की बंच्ची � देेश क निलेए जो सवंोच्च
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निवंराोधी अनिभाया� की एक प्रमुख सदेस्य थां, निवंशेषा रूप से अपरा असम बंनिलेदेा� निदेया, उसक बंारा मं निकसी � �हों सु�ा औरा इसक निलेए होम
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मं निस्थाते चाय बंागुा�ं मं। उन्हों� सनिवं�य अवंज्ञा आंदेोले� मं सनि�य सबं निज़ीम्मेदेारा हों।" शमा � कहोा, “जबं मं होम कहोतेा होँँ, तेो इसमं असम
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रूप से भाागु निलेया, निजसका उद्देेश्य अनिहोंसक तेराीकं से निब्रानिटीश शास�
को चु�ौतेी देे�ा थाा।
उन्हों 1 र्फ़रावंराी, 1932 मं अफीीम की देुका�ं परा धरा�ा देे� क कारार्ण सराकारा, रााज्य के इनितेहोासकारा औरा बंुनिद्धजीवंी औरा मीनिडया, सभाी
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निगुराफ्तेारा निकया गुया थाा औरा छेहो महोी� की जले की सजा होुई थाी। शानिमले हों।"
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उन्हों� जले से सशते रिराहोाई ले� से इ�कारा करा निदेया। अंतेतेः, वंहो शोनिणीतर्पोुरा निजल कुा ढेनिकुयाजुली कुस्बंा 20 निसंतंबंरा कुो शहीदे
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बंीमारा पड़े गुई ं औरा 26 अप्रले, 1932 औरा गुभाावंस्थाा औरा बंीमाराी निदेवंसं कु रूर्पो म म�ाता ह, लनिकु� कुस्बं कु बंाहरा नितलश्वराी कु
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से जुड़ेी जनिटीलेतेाओंं क कारार्ण निशवंसागुरा जले मं उ�की मृत्यु होो गुई।
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बंारा म बंहुत कुम लोग जा�त ह, आज वंह निजन्देा राहती तो 87
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उ�कुी मृत्यु कु बंादे निवंराोध प्रदेश� हुए औरा संकुड़ों लोगं � संाल कुी होतं।
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उ�कु शवं कुी मांग कुरात हुए जुलूसं नि�कुाला, निजसंसं असंम म ं
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स्वंतंत्रीता संंग्रेाम कु प्रनित तीव्र भाावं�ाएं उजागरा हुई ं ।
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नितलश्वराी बंरुआ, ढेनिकुयाजुली
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इन्हों12 साले की उम्रा मं 20 निसतेंबंरा, 1942 को भााराते छेोड़ेो आंदेोले�
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क देौराा� अंग्रेेजं � गुोलेी मारा देी थाी, जबं उन्हों� औरा क ु छे स्वंतेंत्रीतेा
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स�ानि�यं से निमलेकरा एक पुनिलेस थाा� परा नितेरांगुा फीहोराा� की कोनिशश
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की थाी। नितेलेश्वराी, ढंनिकयाजुलेी क बंाहोराी इलेाक मं निस्थाते नि�ज-
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बंराागुावं गुावं क भाबंकांते बंरुआ की चारा संतेा�ं मं सबंसे बंड़ेी थां।
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ऐसा मा�ा जातेा होै निक वंहो कांग्रेेस क स्वंयंसवंकं द्वााराा प्रनितेनिदे� गुाए
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जा� वंाले देेशभानिक्त गुीतें से प्रभाानिवंते थां। रामश चंद्र बंराा, निजन्हों� े
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लेोगुं से बंातेचीते कराक औरा सराकाराी अनिभालेखं की खोजबंी� कराक आज आज़ीादेी क 75 साले बंादे भाी होम उ� लेोगुं क �ाम �हों जा�ते े
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ढंनिकयाजुलेी प्रकरार्ण का देस्तेावंजीकरार्ण निकया होै, � बंतेाया निक 20
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