Page 32 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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गुवा�
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जबं होम छेोटी था े
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होमारा देादेा-देादेी होमं कहोानि�या सु�ाया कराते था े
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घामंड � करा� की... श्रीी शंकुरा मधी
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होमलेोगु सु�ा कराते था े प्रबंंधकु (निवंत्त)
औरा होमलेोगु पुछेा कराते था े
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अंहोकारा क्या होोतेा
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देादेा � समझाया औरा देादेी � बंतेाई
भानिवंष्य मं अंहोकाराी � बं�ो
होम लेोगु होॉ-होॉ करा सरा निहोलेाया कराते था े
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अबं होमलेोगु समय की गुनिते मं बंड़े होो गुए
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होम लेोगु कोई डॉक्टीरा, इंजीनि�यरा औरा कोई कम�चाराी बं� गुए
परान्तेु......
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जो देादेा-देादेी � समझाया औरा बंतेाया थाा
वंे सबंक ु छे होमलेोगु भाूले गुए
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होमलेोगु घामंडी होो� शुरू होुए
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होमलेोगु यांनित्रीकी क जाले मं फीस गुए
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होमलेोगु भाूले गुए अतेीते क समाज को
होमलेोगु भाूले गुए, अप� मा-निपतेा औरा देादेा-देादेी को
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होमलेोगु भाूले गुए अप� संतेा� / स्त्ी को औरा समाज को
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होमलेोगु यांनित्रीकी से मोनिहोते होो गुए
होमलेोगु � भाौनितेकवंादेी ज्वंाइ� करा�ा शुरू करा निदेया
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औरा निमथ्याचारा मं शरार्ण लेे� लेगु गुए।
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होमं धीरा-धीरा उ� कामं मं व्यस्ते राहो� मं मजा आ� लेगुा
जो होमं �हों करा�ा चानिहोए थाा औरा समाज मं योगुदेा� करा�ा चानिहोए थाा।
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