Page 34 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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प्रकाश�, प्रसारार्ण, मीनिडया औरा संस्थाागुते प्रनितेनि�निधत्वं परा नि�यंत्रीर्ण क
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माध्यम से छेोटी शहोरां औरा आनिदेवंासी क्षत्रीं क नि�म्�वंगुीय आख्या�ं हाटी�
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(arratives) को औरा होानिशए परा धकलेतेी होै। कद्र का प्रतेीकात्मक
प्रभाुत्वं एक आनिधपत्य वंालेी क्षेत्रीीय पहोचा� को कायम राखतेा होै, जहोा ँ
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परिराधीय समुदेाय या तेो अदृश्य होो जाते हों या प्रमुख शहोराी कल्प�ाओंं
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क तेहोते एकीकृते होो जाते हों। परिरार्णाम नि�भा�रातेा का एक स्तेरिराते रूप
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होै: आनिथाक, संस्थाागुते औरा सांस्कृनितेक। यहो गुहोराी पैठ वंालेी स्कलेरा
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असमा�तेा असम क शहोराी-क्षेत्रीीय पदेा�ु�म परा तेत्काले पु�निवं�चारा
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की मांगु करातेी होै। गुुवंाहोाटीी को कवंले निवंकास क चुंबंक से बंहोुकनिद्रते संुश्रीी धृनितमंजुराी मधी (एमबंीबंीएसं छात्रीा )
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क्षेत्रीीय निवंकास क सूत्रीधारा क रूप मं बंदेले� क निलेए, इसे एक संुर्पोुत्रीी - श्रीी शंकुरा मधी, प्रबंंधकु (निवंत्त)
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संबंंधपराक शहोराीकरार्ण अप�ा�ा होोगुा जहोा इसकी समृनिद्ध मंगुलेदेोई, एक ज़ीमा� की बंाते होै, आपक शहोरा मं, निमस्टीरा होाटी �ाम का एक
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होोजाई औरा तेजपुरा जसे निटीयरा-2 औरा निटीयरा-3 शहोराी कद्रं मं लेनिक्षते अथाक ज़ीमंदेारा राहोतेा थाा।
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नि�वंेश क माध्यम से सचेते रूप से पु�निवं�तेरिराते की जाए। इ� �ोड्स वंहो एक मेहो�तेी आदेमी थाा, कभाी सोतेा �हों थाा, कभाी छेुरिट्टया ँ
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को उपग्रेहों की तेराहो �हों, बंनिल्क व्यापक क्षेत्रीीय ढंाचे क भाीतेरा अध�- �हों लेतेा थाा औरा निकसी तेराहो होरा निदे� 1,00,000 पानिटीया ँ
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स्वंायत्त शहोराी प्रर्णानिलेयं क रूप मं काय करा� की क्षमतेा प्रदेा� करा�ी आयोनिजते करातेा थाा।
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होोगुी। तेभाी होम स्थाानि�क न्याय की ओंरा बंढ़ सकते हों-एक ऐसी निस्थानिते उसक घारा मं चारा कमरा हों:-
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जहोा भाूगुोले भााग्य का नि�धारार्ण �हों करातेा औरा परिरानिध अबं संसाध�ं 1. देाया आनिलेंदे - पूरा शराीरा से आ� वंाले ऑक्सीज� की
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औरा प्राप्तकतेाओंं क भांडारा तेक सीनिमते �हों राहोतेी।
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कमी वंाले मेहोमा�ं क निलेए प्रतेीक्षालेय। यहोा आमतेौरा
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***** परा थाक होुए औरा निचड़ेनिचड़े होोकरा आते था। े
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2. देाया नि�लेय - वंहो शटीले सवंा जो उन्हों ऑक्सीज�
मेकओंवंरा क निलेए लेंग्स स्पा तेक लेे जातेी थाी।
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3. बंाया आनिलेंदे - वंीआईपी लेाउंज जहोा तेाज़ीा ऑक्सीज�
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प्राप्त मेहोमा� ऊजा से भारापूरा होोकरा आते था। े
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4. बंाया नि�लेय - मांसपनिशयं से भाराा घा�ा होॉले जो उन्हों
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महोाधम�ी रााजमागु� क माध्यम से शहोरा क होरा को� तेक
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पहोुँचातेा थाा।
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निमस्टीरा होाटी क सख्ते बंाउंसरा था - उ�क मूल्य। ट्रीाइकसनिपड,
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पल्मो�राी, माइट्रीले औरा एओंनिटीक मा�ं � यहो सुनि�नि�ते निकया
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निक मेहोमा� कभाी भाी उस जगुहो वंापस � जाएँ जहोा से वंे आए था। े
घारा की लेाइनिटींगु औरा संगुीते का संचाले� एसए �ोड द्वााराा निकया
जातेा थाा, जो डीजे थाा जो लेय को निस्थारा राखतेा थाा।
कभाी-कभाी, अगुरा डीजे बंहोुते तेज़ी या बंहोुते धीमा बंजतेा थाा, तेो
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अफीराा-तेफीराी मच जातेी थाी, लेनिक� निमस्टीरा होाटी निफीरा भाी पाटीी
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जाराी राखते था। े
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औरा इस तेराहो, साले देरा साले, देशक देरा देशक, निमस्टीरा होाटी � े
शहोरा को जीवंंते औरा फीलेतेा-फी ू लेतेा राखा।
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�नितेक- अप� मका� मानिलेक का ख्याले राखं- उ�की वंजहो से
पाटीी कभाी �हों रुकतेी।
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