Page 31 - पूर्वांचल - गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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पाया�वार� संरक्षे� और स्थायीत्वा का े
णिलए प्रहितीबाद्घतीा हिबाहू
श्रीी हराजीत तालुकुदेारा,
संुर्पोुत्री - श्रीी माधवं तालुकुदेारा, वंरिरा. प्रबंंधकु (संनिचंवंीय)
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भााराते निवंनिवंधतेाओंं का देेश होै, जहोा होरा रााज्य की अप�ी एक
अ�ोखी संस्कृनिते औरा परांपराा होै । उसी प्रकारा असम की पहोचा�
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उसक सबंसे प्रनिसद्ध त्योहोारा निबंहोँ से होोतेी होै । निबंहोँ कवंले
एक पवं� �हों, बंनिल्क असमीया जीवं�-शैलेी, प्रकृनिते प्रम औरा
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सांस्कृनितेक गुवं� का प्रतेीक होै ।
निबंहोँ वंषा� मं तेी� बंारा म�ाया जातेा होै-रांगुालेी निबंहोँ, भाोगुालेी
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निबंहोँ औरा कोगुांलेी निबंहोँ । य तेी�ं पवं� कृनिषा च� औरा ऋतेुओंं
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से जुड़े होोते हों, जो क निकसा�ं औरा आम लेोगुं क जीवं� मं
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गुहोरााई से जुड़े हों ।
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रांगुालेी निबंहोँ अप्रले मं आतेा होै औरा असमीया �वंवंषा� की
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निवंश्व पयावंरार्ण निदेवंस क उपलेक्ष्य मं होडको � 5 जू� 2025 को एक
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निवंशेषा काय�म क तेहोते, सभाी कम�चारिरायं � पयावंरार्ण संराक्षर्ण औरा शुरूआते का प्रतेीक होोतेा होै । यहो वंसंते ऋतेु का स्वंागुते करातेा
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स्थायीत्वं क प्रनिते अप�ी प्रनितेबंद्धतेा को देोहोरााया । होै । चारां औरा होरिरायालेी छेा जातेी होै, पड़े-पंधे निखले उठते हों,
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औरा वंातेावंरार्ण मं संगुीते औरा उल्लेास की लेहोरा देौड़े जातेी हों।
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इस अवंसरा परा, होडको द्वााराा प्रत्यक कम�चाराी को एक पौधा औरा एक लेोगु पारांपरिराक वंस्त् पहो�करा निबंहोँ गुीते गुाते हों औरा निबंहोँ �ृत्य
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सौरा लेालेटी� निवंतेरिराते की गुई । यहो पहोले पयावंरार्ण क प्रनिते संगुठ� की कराते हों । ढंोले, पेँपा औरा गुगु�ा जसे वंाद्योयंत्रीं की मधुरा ध्वंनि�
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निजम्मेदेाराी का प्रतेीकात्मक संकते होै, निजसका उद्देेश्य कम�चारिरायं को परा निथाराकते, असम को एक सुरा मं बंाध देेते हों । घारा-घारा मं पीठा,
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होरिराते जीवं� शैलेी अप�ा� औरा सौरा ऊजा क उपयोगु को प्रोत्सानिहोते लेाडू औरा �ारिरायले से बं� निवंशेषा व्यंज� बं�ते हों ।
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करा�ा होै ।
भाोगुालेी निबंहोँ ज�वंराी मं म�ाया जातेा होै । यहो फीसले कटीाई क
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पंधाराोपर्ण औरा सौरा ऊजा क उपयोगु जसे छेोटी लेनिक� प्रभाावंशालेी बंादे आतेा होै औरा खुशहोालेी, आहोारा औरा उत्सवं का पवं� होोतेा
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कदेमं क माध्यम से होडको � � कवंले अप� पयावंरार्णीय देानियत्वं को हों । लेोगु भाोज-भााते का आयोज� कराते हों । यहो पूवं� संपन्�तेा
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नि�भााया, बंनिल्क कम�चारिरायं को भाी व्यनिक्तगुते रूप से प्रकृनिते क साथा औरा मेलेजोले का संदेेश देेतेा होै, जहोा लेोगु अप� परिराज�ं औरा
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जुड़े� क निलेए प्ररिराते निकया ।
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पड़ेोनिसयं क साथा निमलेकरा भाोज�, गुीते औरा हो�सी निठठोलेी का
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सभाी को पयावंरार्णीय संतेुले� बं�ाए राख� की निदेशा मं नि�रांतेरा योगुदेा� आ�ंदे लेेते हों ।
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देे� क निलेए प्ररिराते निकया गुया। यहो पयावंरार्ण संराक्षर्ण क प्रनिते उसकी
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गुंभाीरातेा औरा देीघा�कानिलेक दृनिष्टकोर्ण को देशातेा होै । पौधं औरा सौरा कगुांलेी निबंहोँ अक्टीूबंरा मं म�ाया जातेा होै । यहो अपक्षाकृते शांते
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लेालेटी� का निवंतेरार्ण एक प्ररार्णादेायक कदेम होै, जो कम�चारिरायं क बंीच औरा अध्यानित्मक होोतेा होै । इस समय फीसले खेतेी मं लेगुी होोतेी
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पयावंरार्णी जागुरूकतेा को औरा अनिधक सुदृढ़ करागुा । होै, परा अभाी तेयारा �हों होुई होोतें । निकसा� अप� खेतें मं देीया
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जलेाते हों तेाकी फीसले सुरानिक्षते औरा भारापुरा होो । इस निबंहोँ मं
***** सादेगुी, संयम औरा श्रृद्धा का भाावं देेख� को निमलेतेा हों ।
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