Page 42 - लक्ष्य - चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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पंजाब म भीषण बाढ़ – एक आपदा
अग त 2025 म , पंजाब ने 1988 क बाद से अपनी सबसे भीषण बाढ़ आपदा का सामना कया - एक ऐसी घटना जसे
भारी न दय और यापक तबाही क लए याद कया जाता ह । 20 अग त क बाद, मु य प से हमाचल देश और
ज मू और क मीर म लगातार मानसून क बा रश क साथ-साथ प ग, र जीत सागर और भाखड़ा जैसे मुख बांध से
आपातकालीन रलीज ने रावी, यास क साथ डाउन ीम बाढ़ को काफ बढ़ा दया।, ।
सतंबर 2025 क शु आत तक, कम से कम 13 जल क 1,400 से अ धक गांव जलम न हो गए थे, और 2.5 लाख
एकड़ (लगभग 250,000 एकड़) से अ धक क ष भू म म बाढ़ आ गई थी। सबसे यादा नुकसान झेलने वाले जल म
गुरदासपुर, अमृतसर, फरोजपुर, कपूरथला, फा ज का, तरनतारन, हो शयारपुर, मोगा, बरनाला, प टयाला और
(एसएएस नगर) शा मल ह ।
मानव टोल म 30+ मौत शा मल थ , जब क लगभग 3.54 म लयन लोग भा वत ए और लगभग 20,000 को
बचाया गया और थानांत रत कर दया गया।
पशुधन और बु नयादी ढांचे का नुकसान गंभीर था। 14 जल म , लगभग 2.52 लाख खेत पशु और 5.88 लाख मुग मर
गए, जससे पशुपालन वभाग को 480 से अ धक पशु च क सा टीम को तैनात करने, चारा वत रत करने और इलाज
क लए 31.5 लाख पये आवं टत करने क लए े रत कया। वा य सेवा े को अनुमा नत 780 करोड़ पये का
नुकसान आ, जसम दवा का नुकसान और लगभग 1,280 औषधालय , 101 सामुदा यक वा य क और 31
उप-मंडल अ पताल को नुकसान शा मल ह - वा य अ धका रय ने त काल यापक वसूली क लए क ीय
सहायता म 20,000 करोड़ पये क मांग क ।
एक बार जब लामबंदी बयाना म शु हो गई, तो त या म एक ब -एज सी कोण शा मल था:
• भारतीय सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,बीएसएफ और थानीय शासन ने संयु प से
भा वत जल म बचाव अ भयान चलाया।
• सतंबर क शु आत तक, 82 सेना मशन , 59 तंभ और 17 वशेष इ जी नयर टा क फोस ने अध सै नक
क म य स हत 6,000 से अ धक लोग को नकाला था, जब क 13,000+ को च क सा सहायता दान क
गई थी और एयर ॉप और ाउ ड डलीवरी दोन क मा यम से आव यक आपू त (भोजन, पानी, क ल 48
टन) वत रत क थी।
• कसान क आवाज भी सामने आ - आप सरकार क 20,000 पये त एकड़ क राहत पैक ज को अपया
बताया. कसान ने 70,000 पये त एकड़ तक मुआवजे, मक क नुकसान और यापक फसल नुकसान
को शा मल करने क मांग क ।
• खालसा एड ने 13 अग त से गुरदासपुर, कपूरथला, फरोजपुर और अबोहर म काम करने वाली टीम को
जमीन पर भेजा। उनक यास म प रवार (और पशुधन) को बचाना, व छ पानी, राशन कट, च क सा
देखभाल, चारा दान करना और यहां तक क बाढ़ वाले खेत को पुनः ा करने क लए डी-वाट र ग
स टम को तैनात करना शा मल था।
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