Page 45 - लक्ष्य - चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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खबर आस पास क
पानी का कहर: बढ़ती ई बाढ़
भारत आज जल वायु प रवत न क गंभीर मार झेल रहा ह , और इसका सबसे बड़ा उदाहरण ह बाढ़। इस समय देश क कई
रा य—उ र देश, बहार, पंजाब, द ी और असम—लगातार हो रही बा रश और न दय क उफान से बुरी तरह भा वत ह ।
लोग बेघर हो चुक ह , खेत म खड़ी फसल बह गई ह और छोट कसान नराशा म ड ब गए ह । बाढ़ का असर क वल घर और
फसल पर नह होता, ब क यह ब क पढ़ाई, प रवार क आजी वका और पूर समाज क संरचना को हला देता ह । द ी
जैसे महानगर तक यमुना नदी का जल तर बढ़कर खतर क नशान से ऊपर चला गया ह , जससे बड़ पैमाने पर नकासी करनी
पड़ी। यह क वल पानी क मार नह ह , यह हमार पूर स टम पर सवाल ह — य क हर साल बाढ़ आती ह , नुकसान होता ह ,
और हम फर भी थायी समाधान नह नकाल पाते। यह थ त हम चेतावनी देती ह क क त क साथ संतुलन बनाना अब
वक प नह , ब क अ नवाय ता ह ।
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अचानक का कहर: ाउड ब ट
पहाड़ क खूबसूरती और वहाँ का शांत वातावरण अब अचानक होने वाले ाउड ब ट क वजह से भय का कारण बन गया
ह । हाल ही म ज मू-क मीर और उ राखंड म ई घटना ने दज न जंद गयाँ छीन ल , सैकड़ लोग घायल हो गए और कई
अभी भी लापता ह । ाउड ब ट क सबसे खतरनाक बात यह ह क यह बना कसी चेतावनी क होता ह —क छ ही मनट म
आसमान से इतनी बा रश बरसती ह क पूरा इलाका बबा दी म बदल जाता ह । सड़क का मट जाना, पुल का बह जाना और
गाँव का मलबे म त दील हो जाना इन घटना क स ाई ह । वै ा नक मानते ह क जलवायु प रवत न और पहाड़ म अंधाधुंध
नमा ण इन हादस क मु य वजह ह । जहाँ एक ओर पय टन और वकास को बढ़ावा देने क लए बड़ -बड़ होटल और सड़क
बनाई जा रही ह , वह दूसरी ओर यही ग त व धयाँ क त क संतुलन को बगाड़ रही ह । यह ासदी हम यह सोचने पर मजबूर
करती ह क कह हम अपनी आने वाली पीिढ़य क लए खतर क ज़मीन तो तैयार नह कर रह ।
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आ थ क सनसनी: जीएसटी म बड़ा बदलाव
भारत क अथ यव था इस समय एक बड़ कर सुधार क दौर से गुजर रही ह । हाल ही म जीएसटी काउ सल ने फ सला लया क
अब ट स क ज टल यव था को सरल बनाया जाएगा और यादातर व तु को क वल दो लैब—5% और 18%— म
रखा जाएगा। आम जनता क लए राहत यह ह क दूध, दाल, रोटी और जीवन र क दवाइयाँ अब पूरी तरह ट स- ह गी।
छोट वाहन पर कर दर घटाई गई ह , जससे म यम वग य प रवार का सपना थोड़ा और आसान होगा। वह , आइस म, टीवी
और क छ ल ज़री आइट स को 18% वाले लैब म रखा गया ह ता क ज़ री और गैर-ज़ री व तु म संतुलन बना रह ।
सरकार इसे " दवाली का तोहफ़ा" बता रही ह , ले कन यापा रय का कहना ह क लगातार बदलते नयम और तकनीक
द कत अभी भी उनक लए चुनौती बनी ई ह । यह सुधार न त प से आम आदमी को थोड़ी राहत देगा, पर तु सवाल यह
ह क या इससे छोट कारोबा रय क द कत सच म कम ह गी या नह । जीएसटी आज भी भारत क अथ यव था क सबसे
बड़ी पह ली बनी ई ह , जसक हल होने का इ तज़ार हर कोई कर रहा ह ।
आशीष गोयल
व र बंधक (स चव)
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