Page 27 - चिरई - कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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काहनाे काी ऊजा काा सचार कारतीा ह एवं हमार ईमानादेार बंनानाे काा इंस सफिटषफि�काट काी काीमती भाी पतीा हंनाी चाफिहए। इंस प्रमाणापत्री
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मागाष प्रशीस्त कारतीा ह। योंफिदे कांई ईमानादेार ह तीं वंं अपनाे जीवंना मं जं श्चिलखा ह उसकाा पालना कारनाे काी फिहम्माती अपनाे भाीतीर पदेा
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का हरका क्षत्री मं ईमानादेार हंगाा। देशी, समयों और परिरक्ट्स्थाफितीयोंां कार ईमानादेारी कां अपनाे जीवंना काा फिहस्संा बंनाानाा चाफिहए। योंह
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उसकाी ईमानादेारी कां फिडगाा नाहीं सकातीीं। ऐसा व्यफि� अपनाे समाज शीपथ सही मायोंनांं मं तीभाी परिरवंाथष हंगाा जबं हम अपनाे जीवंना का
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का श्चिलए अनाकारणाीयों बंना जातीा ह। उसका श्चिलए उसकाा �ना, हरका क्षत्री मं ईमानादेारी और सत्यफिनाष्ठा कां अपनााएगाे। ईमानादेारी
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उसकाी तीाकाती उसकाी ईमानादेारी हंतीी ह। काहतीे ह देौलती गाई श्चिस� प्रदेश्चिशीती ना कारका, अपनाे रंजमरा काी श्चिजंदेगाी मं शीाफिमल कार।
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तीं समश्चिझए काछ नाहीं गायोंा लफिकाना इंज्जती गाई तीं सबं काछ चला हमं देूसरंं का ईमानादेार बंनानाे काी परवंाह नाहीं बंक्ट्� स्वयों
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गायोंा। ईमानादेार लंगा इंसी इंज्जती काी खाफितीर जीतीे ह। ऐसे व्यफि� मं स�ार कारनाे का बंार मं संचनाा चाफिहए। ऐसा नाहीं ह फिका
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ना तीं खदे कांई गालती कााम कारतीे ह और नाा ही देूसरंं कां कारनाे समाज मं ईमानादेारी काी फिमसालं काम ह। हमं अपनाे आस-पास
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देतीे ह। योंफिदे आप फिदेना का उजाले मं स्वच्छतीा काा भाार्षणा देतीे ह ं ईमानादेारी का काई उदेाहरणा फिमल जाएगाे। खेल भाावंनाा से लबंरज
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और राती का अ�र मं देूसर का घोर का सामनाे अपनाा काड़ाा श्चिखलाड़ाी योंा टीम हार कार भाी लंगांं काा फिदेल जीती
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�कातीे ह तीं आप कातीई ईमानादेार नाहीं ह। लेतीी ह और बंेईमानाी से फिमली जीती काा स्वादे
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योंह जीवंना शीली नाहीं बंक्ट्� फिदेखावंा �ीकाा पड़ा जातीा ह। ईमानादेारी अमीर-
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ह। योंफिदे आप चालाना कााटनाे का गारीबं नाहीं देखतीी। योंे तीं फिकासी
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डर से फिनायोंमंं काा पालना कारतीे का भाी सस्कूारंं मं हं सकातीी
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ह तीं आप ईमानादेार नाहीं ह। हमनाे ऐसे फिकास्संे जरूर
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ह। अच्छा तीं तीबं ह जबं सनाे हंंगाे जबं फिकासी टक्सीी
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आप चालाना का डर से डिाइंवंर नाे अपनाे योंात्रीी काा
नाहीं बंक्ट्� हमशीा ही स्व पसंं से भारा बंगा उसे लौटा
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इंच्छा से टिफि�का फिनायोंमंं फिदेयोंा हं। योंे घोटनााए और
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काा पालना कार। ईमानादेारी फिमसालं आज का जमानाे
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आपका भाीतीर से आनाी मं भाी ह। ईमानादेारी काी
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चाफिहए फिकासी भायों काी वंजह राह बंहुती ही काफिठना ह, पर
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से नाहीं। काछ लंगा देूसरंं कां नाामुमफिकाना नाहीं। बंस इंरादे े
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तीं ईमानादेार हंनाे काा उपदेशी और बंलदे हंनाे चाफिहए।
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पाठ पढ़ाातीे ह पर जबं वं� आतीा ह ै
भ्रष्टााचार काा देीमका हमार देशी काी
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तीं खदे पीछ हट जातीे ह। सत्यफिनाष्ठा और
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जड़ा खंखली कार रहा ह। आए फिदेना नाए घोंटाले
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ईमानादेारी काी शीपथ देशी का प्र�ानामत्रीी से लकार
समाचार काी सश्चिखषयोंंं मं हंतीे ह। सामाश्चिजका, राजनाीफितीका
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सावंषजफिनाका जीवंना मं बंड़ा ओंहदेंं पर बंैठनाे वंाले सभाी अ�सरंं
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और आश्चिथषका क्षत्री मं नाफितीकातीा का पतीना नाे भ्रष्टााचार कां खबं �लनाे-
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कां फिदेलाई जातीी ह।। ऐसा इंसश्चिलए श्चिजससे ईमानादेारी काा महत्व
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�लनाे काा मौकाा फिदेयोंा ह। भ्रष्टााचार और राजनाीफिती का गाठजंड़ा नाे
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आम जीवंना का साथ-साथ पशीवंर जीवंना मं भाी बंहुती ह। काहतीे ह ं
माहौल कां सबंसे अश्चि�का खराबं फिकायोंा ह। समस्या काा समा�ाना
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योंथा राजा तीथा प्रजा। राजा जसा हंगाा, उसकाी प्रजा भाी वंसी ही
तीभाी खंजा जा सकागाा जबं हम समस्या काी पहचाना कारगाे और
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हंगाी। योंही वंजह ह फिका नातीा, अश्चिभानातीा, सरकाारी कामषचारी, बंड़ा े
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उसे स्वीकाार कारगाे। भ्रष्टााचार से मफि� पानाे का देंतीर�ा प्रयोंास
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उद्युंगा घोरानांं से योंह अपक्षा काी जातीी ह फिका वंे समाज का सामनाे
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फिकायोंा जानाा जरूरी ह। एका तीर� काानाना और काद्रुीयों सतीकातीा
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अच्छ उदेाहरणा पशी कार और अच्छ मानादेड स्थााफिपती कार तीाफिका
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आयोंंगा एवं काद्रुीयों जाच ब्यरं जसी एजश्चिसयोंंं कां फिनाष्पाक्ष बंनाानाे
लंगा उन्हो आदेशीष मानाकार सही रास्तंं पर चलं।
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का साथ-साथ उनाका हाथ मजबंती फिकाए जानाे काी आवंश्यकातीा ह ै
हम जबं काद्रुीयों सतीकातीा आयोंंगा काी वंेबंसाइंट पर जाकार तीं देूसरी ओंर हमार देशी काी योंवंा पीढ़ाी मं ऐसे सस्कूार डालनाे
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सत्यफिनाष्ठा काी प्रफितीज्ञाा कारतीे ह और हम अपनाे नााम वंाले इंटीफिग्रटी काी जरूरती ह श्चिजससे वंे खदे-बं-खदे भ्रष्टााचार से देूरी बंनाा लं। योंे
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प्लाेज का सफिटषफि�काट कां शीाना से �सबंका पर डालतीे ह तीं हमे देंहर प्रयोंास भ्रष्टााचार काी जड़ा फिमटानाे मं बंेहदे मदेदेगाार साफिबंती
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"हिंहंदेी कें राष्ट्भााषाा होने साे जहा� हमं हषाोल्लाासा ह, वहं हमारा उत्तरदेाधियत्व भाी बहुत बढ़
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गया ह।"- मथरा प्रसाादे देीक्षिक्षेत
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चि�रई, अंंक-4 हााउसिं�ंग एण्ड अंर्बन डेवलपमांट कॉपोरेशन सिंलसिंमाटडे े
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वर्षष : 2024-25, माा�ष, 2025 क्षेेत्रीीय कााया�लय, काोलकााताा काी वाार्षि�िका हि�न्दीी पत्रित्रीकाा