Page 28 - चिरई - कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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हं सकातीे ह। जातीा ह।
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भ्रष्टााचार फिनारं�का काानाना मं सशीं�ना फिकायोंा गायोंा ह और • योंह कादेाचार, �ंखा�ड़ाी और भ्रष्टााचार काी सभाावंनाा से
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इंसमं रिरश्वती देनाे वंाले का श्चिलए भाी सजा काा प्रावं�ाना फिकायोंा बंचनाे काा प्रयोंास कारतीा ह ै
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गायोंा ह। मतीलबं जं लालच देकार ईमाना फिबंगााड़ा सकातीा ह और
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देशी कां भ्रष्टााचार म� कारनाा अकाले काानाना और
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भ्रष्टााचार काी वंजह बंना सकातीा ह अबं उस पर भाी काानानाी काारवंाई
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एजश्चिसयोंंं काा देाफियोंत्व नाहीं ह। अपनाे देशी का प्रफिती बंहुती बंड़ाी
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हंगाी। काानाना काी नाजर मं रिरश्वती लनाे वंाला और देनाे वंाला देंनांं
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श्चिजम्मादेारी हम सभाी नाागारिरकांं काा भाी ह। श्चिस� काफिमयोंंं काी
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ही गानाहगाार ह। इंसका साथ ही काई और सशीं�ना भाी फिकाए गाए
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श्चिशीकाायोंतीं कारनाे, तीमाशीबंीना बंनाे रहनाे और स्वराज काा सपनाा देखनाे
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ह जं भ्रष्टााचार काी रंकाथाम मं जरूर सहायोंका हंंगाे। एका सख्ती
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से भ्रष्टााचार पर कााबंू नाहीं पायोंा जा सकातीा ह। सभाी नाागारिरकांं
काानाना का - साथ-साथ उसे लागाू कारनाे वंाली एजश्चिसयोंंं काा मजबंती
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का मना मं अपनाे देशी का प्रफिती प्रेम, कातीषव्यफिनाष्ठा और देाफियोंत्व काी
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हंनाा भाी जरूरी ह। इंससे आम लंगांं काा इंना एजश्चिसयोंंं पर भारंसा
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भाावंनाा हंनाी चाफिहए। देशी हमं क्याा दे रहा ह, इंससे ज्यादेा फि�क्र
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बंढ़ागाा। लंगा बंखौ� हंकार बंखौ� हंकार भ्रष्टााचार काी श्चिशीकाायोंतीं
इंसकाी बंाती काी कारनाी चाफिहए फिका हम देशी कां क्याा दे सकातीे ह।
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कार सकागाे तीथा क्ट्�श्चिसल ब्लैंअर काी भाफिमकाा फिनामा सकागाे और इंना
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राष्टाि का प्रफिती समपषणा, जरूरतीमदेंं काी मदेदे, देशी का ससा�नांं काी
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एजंश्चिसयोंंं कां भाी आजादेी का साथ अपनाे देाफियोंत्व काा फिनावंाह कारनाे
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रक्षा और उनाकाा सही इंस्तमाल कारनाे काी भाावंनाा हमं एका अच्छा
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काा मौकाा फिमलेगाा।
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नाागारिरका बंनाा सकातीी ह।
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काछ इंसी उद्देश्य से सरकाारी सस्थाानांं और लंका उपक्रमंं
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राष्टािकाफिवं मैथलीशीरणा गाप्ता काी इंना पफि�योंंं काा भाावं योंफिदे हम
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मं सतीकातीा फिवंभाागा स्थााफिपती फिकाए गाए ह जं अपनाा कााम बंखबंी
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अपनाे जीवंना मं उतीार लं तीं शीायोंदे ही काभाी हमारा मना फिवंचश्चिलती
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कार रह ह। उनाकाी श्चिजम्मादेारी बंढ़ाकार उनाकाा देाफियोंत्व ह और इंना
हंकार भ्रष्टााचार पर काी ओंर झुकागाा योंा उससे प्रभााफिवंती हंगाा।
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एजंश्चिसयोंंं कां भाी आजादेी का साथ अपनाे देाफियोंत्व काा फिनावंाह कारनाे
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काा मौकाा फिमलेगाा। जो भराा नाहं है भा�ं सं े
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काछ इंसी उद्देश्य से सरकाारी सस्थाानांं और लंका उपक्रमंं जिजसंमं बेहती रासंधाारा नाहं
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मं सतीकातीा फिवंभाागा स्थााफिपती फिकाए गाए ह जं अपनाा कााम बंखबंी �ह हृदय नाहं है पत्थरा है
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कार रह ह। उनाकाी श्चिजम्मादेारी भ्रष्टााचार मं श्चिलप्ता कामषचारिरयोंंं कां
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जिजसंमं स्वदश कुा प्याारा नाहं
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सजा फिदेलानाा तीं ह लफिकाना इंससे भाी बंढ़ाकार उनाकाा देाफियोंत्व
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नाए भाारती काा फिनामाषणा हमारी योंवंा पीढ़ाी का का�ंं पर ह तीथा
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ह कामषचारिरयोंंं कां भ्रष्टााचार का प्रफिती सतीका और सजगा रखनाा।
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हमारी योंवंा पीढ़ाी काा भाफिवंष्य हम जसे अश्चिभाभाावंकांं से का हाथ
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कामषचारिरयोंंं मं जागारूकातीा �लानाा तीाफिका वंे से खदे कां देूर रख
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मं ह। हमारा देाफियोंत्व ह फिका हम अपनाे बंच्चांं कां सही श्चिशीक्षा दे,
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सका और भ्रष्टााचार फिदेखनाे पर उसकाी बंफिहचका उसकाी सूचनाा
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जीवंना मल्यंं और सस्कूारंं काी अहफिमयोंती समझाए तीथा नाफितीकातीा
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सस्थाा कां दे सका। सतीकातीा अश्चि�काारिरयोंंं काी मौजदेगाी नाे सस्थाानांं
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और ईमानादेारी का रास्ते पर चलनाे का नाे श्चिलए उन्हो प्रेरिरती कार। योंफिदे
मं फिवंशीर्ष तीौर से बंकांं मं भ्रष्टााचार काी रंकाथाम मं अहम और
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हमारा ईमाना बंलदे हंगाा तीं उसे फिडगाा पानाा आसाना नाहीं हंगाा।
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काारगार भाफिमकाा फिनाभााई ह। सूचनाा काा अश्चि�काार अश्चि�फिनायोंम भाी
हमं मक्ट्�काल से फिमली इंस आजादेी काी इंज्जती कारनाी चाफिहए
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सरकाारी क्षत्रींं मं पारदेश्चिशीतीा लानाे मं बंेहदे सहायोंका रहा ह।
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और सबंकां साथ लकार तीर�ी काा सपनाा साकाार कारनाा चाफिहए।
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शासंना मं संत्यनिनाष्ठा निनाम्नलिलखिखत उद्देश्यों कुो पूराा कुरानाे कुा अश्चि�कातीर लंगा भ्रष्टााचार और बंेईमानाी का श्चिखला� ह और देशी
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प्रयासं कुराती है: कां सा� - सुथरा देखनाा चाहतीे ह। तीभाी तीं एका आवंाज पर इंस
देशी मं फिवंमद्रुीकारणा जसे बंड़ा �सले तीका - हं जातीे ह। योंे फिमसालं
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• सत्यफिनाष्ठा सरकाारी काायोंं मं जनातीा का फिवंश्वास कां बंनााए
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इंस बंाती काी द्युंतीका ह फिका नाए भाारती का फिनामाषणा काी प्रफिक्रयोंा चालू
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रखतीी ह।
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ह। इंसमं थंड़ाा समयों लगा सकातीा ह परतीु योंकाीना ह फिका हम देर
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• सावंषजफिनाका सवंाओंं मं सत्यफिनाष्ठा ईमानादेारी से बंनाी रहतीी ह।
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आएगाे, देुरुस्त आएगाे।
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• सत्यफिनाष्ठा सरकाार काी जवंाबंदेही कां प्रंत्सााफिहती कारतीी ह।
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• सत्यफिनाष्ठा गाारटी देतीी ह फिका प्रंटंकाॉल काा पालना फिकायोंा
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"इनितहासा केंो देखाते हुए द्विकेंसाी केंो यह केंहने केंा अधि�केंारी नहं द्विकें हिंहंदेी केंा सााहिंहत्या
जायसाी कें पहले केंा नहं धिमलता।" - (डेॉ.) केंाशाीप्रसाादे जायसावाल
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चि�रई, अंंक-4 हााउसिं�ंग एण्ड अंर्बन डेवलपमांट कॉपोरेशन सिंलसिंमाटडे े
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चि�रई, अंंक-4
वर्षष : 2024-25, माा�ष, 2025 क्षेेत्रीीय कााया�लय, काोलकााताा काी वाार्षि�िका हि�न्दीी पत्रित्रीकाा
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वर्षष : 2024-25, माा
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