Page 34 - आवास ध्वनि - सातवाँ अंक
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आवास न
2025-26
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मल प स ह दी म काय न पादन का मह
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भारत दु ह रशच न कहा था-“ नज भाषा उ न त आव यकता होती ह । भाषा स ही मन य अपना जीवन
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अह, सब उ न त कौ मल” यानी अपन रा क भाषा सगम बनाता ह । समाज क बीच सवाद-स षण और
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म काय करना ग त का सचक ह । जस दश क कोई सबध थापन भाषा का ाथ मक काय ह । भारत दश
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रा भाषा नह होती, उस दश का कोई गौरव नही म ह दी क ापकता एव सवधा नक त को ान
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होता। म रखत ए सरकारी कामकाज का नपटान ह दी म
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ही करना य र ह । इसक योग स सरकारी काय
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भारत एक ब भाषी रा ह, क त स वधान सभा ारा क नपटान म शी ता, भावशीलता क साथ-साथ
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ह दी को राजभाषा का दजा दान कया गया ह । न प म अप त प रणाम ा ह ग :-
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भारतीय स वधान क अन छद 243 स 351 तक
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राजभाषा सबधी ावधान प ट प स उ लख करत ह
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क भारत सरकार क म ालय , वभाग , काया लय , जन भागीदारी और सगमता – दश क एक बड़ी
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उप म , नगम , ब क, नकाय आ द म काय का आबादी ह दी भाषी स सब धत ह । य द
न पादन मल प स ह दी म कया जाना चा हए। यह सरकारी कायालय म काय ह दी म कया जाता ह ै
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न के वल संवैधा नक दशा- नद श का पालन है, तो नाग रक क लए सरकारी योजनाओं, नी तय
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ब यह शासन को अ धक सुगम, पारदश और और सवाओं को समझना और उन तक प च
जन सुलभ भी बनाता है । अ धक आसान हो जाती है । ह दी म शास नक
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काय होन स आम जनता को अ धकार ,
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हमारा भारत दश व व का सबस बड़ा लोकता क याओं और योजनाओं क जानकारी बना
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दश ह और लोकत क यही वशषता ह क लोकत कसी भाषा – बाधा क ा होती ह ।
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सरकार लोग क लोग के लए और लोग के ारा
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चनी जाती ह । इसम सभी वग क लोग क हत क
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र ा का यान रखा जाता ह। च क भारत दश क
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राजभाषा ह दी ह । अत: भारत सरकार ारा जतनी
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भी क याणकारी योजनाए सचा लत क जाती ह व े
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ह दी भाषा क मा यम स यादा भावी, यापक,
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प रणामो ुखी हेाती है । हालां क भारत सरकार क
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जो राजभाषा नी त ह, उसम स वधान क आठव
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अनसची म उ खत सभी 22 भारतीय भाषाओं को
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साथ लकर उनको वक सत करत ए ह दी भाषा को
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सश त, सम एव वक सत करन क बात कही गई
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मन य एक सामा जक ाणी ह और भाषा समाज क े
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सद य क बीच सपक एव सवाद का मा यम बनती ह। ै
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बना सपक एव सवाद क कोई भी समाज जीवत नह
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माना जा सकता । बना भाषा क कसी भी समाज का
अ व सभव ही नही ह जस कार मन य को खान े
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क लए अ न, पीन क लए पानी, पहनन क लए
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व क आव यकता होती है, उसी कार आपस म
सपक और सबध बनाय रखन क लए भाषा क
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