Page 35 - आवास ध्वनि - सातवाँ अंक
P. 35

आवास   न
               2025-26






                                                      े
                                              ू
                     शास नक द ता म व   – मल  प स  ह दी म               रा ीय  एकता  और  सा दा यक  स ाव  का
                                                                                            ं

                                       ृ
                    काय  करन  स  सरकारी  कमचा रय   को  अपनी             तीक  –   ह दी  न  कवल  एक  भाषा  ह  ब    यह
                                                                                                      ै

                              े
                                े

                                                                                       े
                                                    े
                       ृ
                                                                                    ृ
                    मातभाषा  म  सोचन,  समझन  और  उस  अ भ               भारत क  सा  तक  वरासत क  सवाहक भी ह ।

                                                                                                     ं
                                                                                                              ै
                                    े
                                            े
                                                                                 ं
                    करने का अवसर  मलता है । इससे न के वल काय           सरकारी  काय   म    ह दी  का   योग  हमारी  रा ीय
                                          ु
                                  ै
                                                    ं
                    क  ग त बढ़ती ह ब     टय  क  सभावना भी               अ  ता  और  सां ृ  तक  पहचान  को  भी  सु ढ़
                                                                              ै

                                                                                    े

                                                   े
                                                 े
                                                                                                           ै
                                                      ू
                    कम  होती  ह  ।   ह दी  म  काय  करन  स  सचना  का    करता  ह  ।  इसस   शासन  म  एकता  आती  ह  और
                              ै


                    आदान- दान अ धक  भावी और    होता ह ।                 व भ        म  काय  क   एक  समान  शली
                                                          ै
                                                                                                             ै
                                                                                े

                                                                                    ै
                                                                        वक सत होती ह ।
                                                      े

                                                        ं
                     ं
                    सवधा नक दा य  – राजभाषा  नयम  क अतगत
                       ै
                                                         े
                                                 ू
                    भारत सरकार क काया लय  को मल  प स  ह दी
                                 े
                    म  काम  करना  आव क  ह  ।    तवष  भारत
                                             ै


                    सरकार, गृह मं ालय का राजभाषा  वभाग वा ष क
                                             ै
                    काय म  जारी  करता  ह   जसका  उ
                                                          े

                    कायालयीन काय  म  ह दी क अ धका धक  योग


                                            े
                    को  स न  त  करना  ह  ।  यह  एक  सवधा नक
                         ु
                                        ै
                                                     ं
                                                       ै
                    कत    है   जसे  पूरा  करना    ेक  अ धकारी  एवं
                    कमचारी का उ रदा य  ह ।

                                          ै
                                                                   अत:  उपरो    वशषताओं  क  आलोक  म  सरकारी

                                                                                   े
                                                                                            े
                                                                                       े
                                                                                                            े




                                                                                ू
                                                                   कायालय  म मल  प स  ह दी म काय करना न कवल
                                                                                              ु
                                                                     ं
                                                                                                    ै
                                                                   स वधान  क   भावना  क  अन प  ह,  ब    यह
                                                                                         े
                                                                    शास नक  पारद श ता,  जन  संपक    म   सुगमता  और

                                                                   रा ीय एकता क   दशा म एक सश  कदम भी ह ।
                                                                                                              ै
                                                                   हम   चा हए   क  हम  दै नक  काय   म    ह दी  का

                                                                                                            े
                                                                   अ धका धक  योग कर एक सश  काय भाषा क  प

                                                                   म  ा पत कर  । राजभाषा  ह दी म काय करना दश क

                                                                                                           े



                                                                    ग त म सहयोग  दान करना ह । अत:  ह दी म मल
                                                                                                              ू
                                                                                               ै
                                                                    प से सरकारी काय  का  न ादन करके  हम अपने
                                                                                              ं
                                                                                 े
                                                                    ै
                                                                                               ै

                                                                   द नक कत   क साथ-साथ सवधा नक दा य   क

                                                                       ू

                                                                              े
                                                                                                 े
                                                                   भी प त  करन म स म व समथ ह ग ।
                                                                                                       रमश च
                                                                                                         े
                                                                                     े
                                                                                                      ं
                                                                                            े
                                                                             सहा.  नदशक, (स. न.), ऑल इ डया रे डयो
                                                                                                                 35
   30   31   32   33   34   35   36   37   38   39   40